गजेन्द्र मेरे दुश्मन नहीं - ऋषि
एफ़टीआईआई के अध्यक्ष पद पर गजेन्द्र चौहान की नियुक्ति का जिन्न यूं बोतल से बाहर आया है कि भीतर जाने का नाम नहीं ले रहा है। रोज़ एक नया सवाल खड़ा हो जाता है। हर दिन एक नया नाम इस बवाल में अपनी राय देने चला आता है। इस बार नया नाम है ऋषि कपूर का।
इस मामले पर ऋषि ने कहा, '' मैं पहले ही यह साफ़ कर देना चाहता हूं कि गजेन्द्र से मेरी कोई दुश्मनी नहीं हैं, लेकिन मेरा मानना है कि इतना विरोध होने पर उन्हें ख़ुद ही पद से हट जाना चाहिए।
जब एफ़टीआईआई के छात्र आपका खुलेआम विरोध कर रहे हैं और आपकी खिल्ली उड़ाई जा रही है। ऐसे में आपको वालेंटियरी रिज़ाइन कर देना चाहिए। '' अभिनय जगत की बारिक़ियों का ज़िक्र करते हुए कहते हैं, '' हम लोगों के प्रोफेशन में थ्योरी की जगह नहीं है। बल्कि यहां ज्ञान होना बहुत ज़रूरी है। मैं भी बीते 44 साल से इसे सीख ही रहा हूं। ''
चिंटू जी ने समझाते हुए कहा, '' शत्रुघ्न सिन्हा, हेमा मालिनी, परेश रावल जैसे लोग भी तो थे, और ये सब तो यहां के स्टूडेंट भी रह चुके हैं। आप जबरदस्ती अध्यक्ष की कुर्सी पर क्यों बैठ रहे हैं। छात्रों की नारज़गी झेलते हुए आप काम नहीं कर सकते। ''
ऋषि से पहले उनके सपूत रणबीर कपूर ने भी छात्रों के सपोर्ट में एक वीडियों यू ट्यूब पर अपलोड किया था।इसके अलावा अभी तक अनुपम खेर, किरण राव, पीयूष मिश्रा, जाहनू बरुआ, पल्लवी जोशी, रसूल पूकुट्टी और रजत कपूर भी गजेंद्र चौहान की नियुक्ति पर अपने विचार व्यक्त कर चुके हैं।