संजू का जन्मदिन, मिलने पहुंची मान्यता

बॉलीवुड के मुन्नाभाई यानी की अभिनेता संजय दत्त आज अपना 56 वां जन्म दिन मना रहे हैं। फ़िलहाल संजय पुणे के यरवड़ा जेल में सजायफ़्ता मुज़रिम हैं। ऐसे में उनसे मिलने उनकी पत्नी मान्यता वहां पहुंचीं। कुछ वक़्त साथ में बिताने के बाद वे मुंबई लौट आईं। संजय को वर्ष 1993 में मुंबई सीरियल ब्लास्ट में दोषी क़रार दिया गया था, इसी वजह से वे यरवड़ा जेल में हैं। लेकिन साल के अंत तक उनकी सज़ा पूरी हो जाएगी।

बॉलीवुड के मुन्नाभाई और 1993 में मुंबई सीरियल ब्लास्ट के दोषी संजय दत्त के जन्मदिन पर मान्यता जेल पहुँचीं।
संजू उन बेहद चुनिंदा कलाकरों में से एक हैं, जिन्होंने तीन दशकों तक अपने दमदार अभिनय से लोगों के दिलो में अपनी जगह बना रखी है। इन दशकों में वे काफ़ी सक्रिय रहे हैं। हालांकि इस दौरान विवादों ने उनका दामन थामें ही रखा।

लेकिन काम के प्रति लगन के चलते उनके चाहने वालों की लिस्ट हर रोज़ लंबी होती जा रही है। वे अपने काम के प्रति हमेशा संजीदा ही रहे हैं, इसकी मिसाल है वर्ष 2015 में आई फ़िल्म 'पीके'। हालांकि, इसमें उनका किरदार कुछ वक़्त के लिए ही था, लेकिन उसकी अहमियत काफ़ी थी।

कॅरियर

बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट संजय 'रेशमा और शेरा' कव्वाली गाते हुए नज़र आए। यह फ़िल्म सुनील दत्त यानी उनके पिता की थी। उसके बाद संजय ने बतौर लीड एक्टर वर्ष 1981 में आई फ़िल्म 'रॉकी' से रुपहले परदे पर कदम रखा।

इसके बाद 'विधाता' में दिखाई दिए। यह फ़िल्म मल्टीस्टारर होने के बाद भी उनके काम को नोटिस किया गया। लेकिन इसके बाद ही संजय पर वज्रपात हुआ और उनकी मां का देहांत हो गया। यह सदमा संजय सहन न कर पाए और वे ड्रग्स आदी हो के। इस बुरी लत से बाहर निकालने के लिए उन्हें रिहैबिलिटेशन सेंटर में डाला गया।

इसके बाद संजय ने फ़िल्म 'नाम' से बॉलीवुड में वापसी की। वर्ष 1986 में प्रदर्शित इस फ़िल्म में उनके साथ उनके बहनोई यानी बहन नम्रता के पति कुमार गौरव भी थी। गौरव के पिता अभिनेता राजेंद्र कुमार ने अपने बेटे को स्थापित करने के नियत से इस फ़िल्म का निर्माण किया था। 

लेकिन यह फ़िल्म संजय के लिए संजीवनी बूटी बन गई। दर्शकों ने इस फ़िल्म में संजय को काफ़ी सराहा और अब वे अपनी खोई पहचान को वापिस हासिल करने में सफर रहे। 'नाम' के बाद संजय ने 'जीते हैं शान से', 'खतरों के खिलाड़ी', 'ताकतवर', 'हथियार', 'इलाका', 'जहरीले', 'क्रोध' और 'खतरनाक' कई सफल फ़िल्में बॉलीवुड को दीं।

उठा-पटक

वर्ष 1993 में माधुरी दीक्षित के साथ आई फ़िल्म 'खलनायक' में उनकी एक्टिंग की काफ़ी तारीफ़ हुई और वे एक बार फिर लोगों की नज़रों में चढ़ गए। लेकिन तभी उनका नाम मुंबई बम धमाकों से जुड़ गया। उन पर अवैध तरीक़े से हथियार रखने का इल्ज़ाम लगा। 

यह उनके इलज़ाम निजी जीवन में भी ज्वार लेकर आया। उस वक़्त माधुरी और वे एक दूसरे को पसंद करते थे, लेकिन इस अपराध में नाम आने के बाद माधुरी ने अपने रासते अलग कर लिए।

आपको बात दें कि संजय की पहली शादी रिचा शर्मा से हुई थी। रिचा की ब्रेन हेमरेज की वजह से मृत्यु हो गई। इसके बाद संजय ने मॉडल रिया पिल्लई से विवाह रचाया। यह शादी भी जल्द ही टूट गई। 

आख़िरकार वर्ष साल 2009 में संजय ने दिलनवाज़ शेख़ यानि मान्यता दत्त के साथ तीसरी शादी की और 2010 में दो जुड़वा बच्चों को पिता बनें। हालांकि संजय की अपनी पहली पत्नी रिचा शर्मा से भी एक बेटी है, जो यूएस में रहती है।

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