2016 में अदनान हुए हिंदुस्तानी
अपनी रूमानी आवाज़ से लोगों को मदहोश करने वाले अदनान सामी को केंद्र सरकार ने साल 2016 का तोहफा दे दिया। पाकिस्तानी मूल के गायक अदनान बीते कई सालों से भारत में वर्क वीज़ा पर रह रहे थे। साल 2015 की शुरुआत में ही उन्हें भारतीय नागरिकता मिलने के आसार नज़र आने लगे थे, लेकिन आख़िरकार 31 दिसंबर 2015 को इस कयास ने हक़ीकत का जाता पहन लिया .... अब अदनान हुए भारतीय!
मुंबई। 'कभी तो नज़र मिलाओ' और 'भर दो झोली' मेरी सरीखे गानों से कानों में रस घोलने वाले गायक अदनान सामी अाखिरकार भारतीय हो ही गए। बीते कई सालों से पाकिस्तानी मूल के अदनान भारत में वर्क वीज़ा लेकर रह रहे थे। साल की शुरुआत में जब इनके वर्क वीज़ा की मियाद पूरी हुई, तो इन्हें भारतीय नागरिकता देने की मांग उठने लगी थी। हालांकि, अदनान ने भारतीय नागरिकता के लिए कई बार अर्जी दाखिल की है, लेकिन सफलता उन्हें अब जाकर मिली।
केंद्र सरकार ने उन्होंने मानवीयता के आधार पर भारत में अपने दर्जें को कानूनी रूप से देने का अनुरोध किया था। अदनान की इस मांग को केंद्र सरकार ने मान लिया और शुक्रवार यानी वर्ष 2016 के पहले दिन से उन्हें भारतीय नागरिक का दर्जा मिलेगा। इस सम्मान को लेने के लिए अदनान मुंबई से दिल्ली रवाना हो चुके हैं।
आपको बता दें कि अभी तक अदनान तीन महीने के वीज़ा विस्तार पर थे, जो उन्हें अक्टूबर में दिया गया था। खैर, 46 वर्षीय अदनान ने इस साल 26 मई को केंद्रीय गृह मंत्रालय को प्रतिवेदन देकर मानवीय आधार पर अपने ठहराव का अनुरोध किया था।
लाहौर में जन्मे अदनान 31 मार्च, 2001 को पर्यटक वीज़ा पर पहली बार भारत आए थे। उन्हें इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग ने एक साल की वैधता के साथ यह वीजा जारी किया था।
उनका वीजा बाद में समय समय पर बढ़ाया गया। और वो वर्क वीज़ा में तब्दील भी किया गया। 27 मई, 2010 को जारी उनका पाकिस्तानी पासपोर्ट 26 मई 2015 समाप्त हो को गया और पाकिस्तान सरकार ने उनका पासपोर्ट नवीनीकृत नहीं किया। उसके बाद उन्होंने अपने ठहराव को मानवीय आधार पर कानूनसम्मत बनाने के लिए भारत सरकार से अनुरोध किया।
एलबम से सामी के दो गानों 'कभी तो नजर मिलाओ' और 'लिफ्ट करा दे' 2000 के प्रारंभ में सुर्खियां बटोरी थी। इस साल इन गायक ने सलमान खान अभिनीत 'बजरंगी भाईजान' में उनके गाने 'भर दो झोली मेरी' के बाद सफलता को स्वाद चखा।