कैट का इश्क़ नहीं आसां ! 'फितूर'
कटरीना कैफ और रणबीर कपूर के इश्क़ के चर्चे आम है और उनके झगड़े भी खूब सुर्खियों में रहते हैं। तभी तो कैट इश्क़ के सफर को आसां नहीं मानतीं। हाल ही में अभिषेक कपूर के निर्देशन में बनी फ़िल्म 'फ़ितूर' का ट्रेलर लॉन्च किया गया। इस मौक़े पर कैट ने इश्क़ के अपने तर्जुबे को बयां किया। फ़िल्म अभिनेत्री तब्बू कैट की मां की भूमिका निभा रही है और आदित्य रॉय कपूर उनके अपोजटि नज़र आएंगे .... फिलहाल ट्रेलर को काफी तारीफ़क मिल रही है।
मुंबई। चार्ल्स डिकेन्स के मशहूर उपन्यास 'ग्रेट एक्सपेक्टेशंस' पर आधारित फ़िल्म 'फितूर' का ट्रेलर लॉन्च किया गया। अभिषेक कपूर के निर्देशन में बनी इस फ़िल्म में कटरीना कैफ़, आदित्य राॅय कपूर और तब्बू मुक्ष्य भूमिका में हैं।
ट्रेलर में आदित्य और कैट का जबरदस्त केमिस्ट्री देखने को मिल रही है। आदित्य कश्मीरी युवक की भूमिका निभा रहे हैं और तब्बू कटरीना की मां का किरदार निभा रही हैं। इससे पहले तब्बू विशाल भारद्वाज की फ़िल्म 'हैदर' में शाहिद कपूर की मां की भूमिका में नज़र आई थी।
इश्क़ नहीं आसां
'ये इश्क नहीं आसां' टैगलाइन को लेकर बनी इस फ़िल्म में पहली बार कैट और आदित्य स्क्रीन शेयर करने वाले हैं। को यह जोड़ी काफ़ी अच्छी भी लग रही है लोगों। जहां कैट बेहतरीन लग रही हैं, वहीं आदित्य के दमदार संवाद भी लोगों को लुभा रहा है।
इस फ़िल्म को लेकर कैट काफ़ी उत्साहित नज़र आ रही हैं। अब यह उत्साह पिछली फ़िल्म के पिटने का असर है या वाकई उन्हें उनकी बाकी फ़िल्म से अच्छी फ़िल्म लग रही है। फ़िल्म और किरदार से इत्तेफाक रखते हुए कहती हैं कि वे डाई हार्ट रोमांटिक हैं।
'ये इश्क नहीं आसां, बस इतना समझ लीजिए, इक आग का दरिया है और डूबके जाना है।' मिर्जा ग़ालिब के इस शे'र से कैट पूरी तरह से सहमत हैं और कहती हैं कि इश्क़ का सफर कतई आसां नहीं है।
दरअसल, कैट से 'फितूर' के ट्रेलर लॉन्च के दौरान इश्क़ की मुश्क़िलों के बारे में पूछा, तो उन्होंने इस सवाल जवाब भी बड़े ही सधे और मेच्योर अंदाज में कहा, "इससे ज्यादा वाजिब और सही बात नहीं कही गई होगी कभी। इश्क आसां नहीं होता है ... बिलकुल सही (टैग) लाइन है "अब आप इस बात को रणबीर से जोड़ कर देखना चाहते हैं, तो जोड़ लीजिए।
वो इश्क़ की मुश्किलों को समझाते हुए कहती हैं कि प्यार अलग-अलग कॉन्फ्लिक्ट से गुजरता है। कभी थर्ड पार्टी का, कभी अनिश्चित्ता का, कभी कमिटमेंट का, तो कभी किसी और वजह का कॉन्फ्लिक्ट। ये पूरी तरह से हालात पर डिपेंड करता है।
कैट का जवाब सुनकर यकीनन कइयों को लगा कि 'फितूर' के बहाने कटरीना कहीं अपने हाल-ए-दिल का बयां तो नहीं रहीं हैं।
कश्मीर के बैकड्रॉप पर बनी 'फितूर' से कैट को काफ़ी उम्मीदें हैं। फिरदौस बनी कटरीना नूर बने सिद्धार्थ के संग रोमांस (का दिखावा) करेंगी। जब कटरीना को अपने से 'जूनियर' ऐक्टर सिद्धार्थ के साथ काम करने के बारे में पूछा, तो कटरीना ने मुस्कुराते हुए इस ब्रह्म वाक्य का पहले तो अपने ही अंदाज में मखौल उड़ाया।
फिर सभी को याद दिलाया कि उन्होंने तकरीबन 11 साल पहले सिद्धार्थ के साथ एक ऐड फ़िल्म में भी काम किया था। इतना ही नहीं, सिद्धार्थ और कटरीना का आमना-सामना छोटे पर्दे पर उन दिनों भी हो चुका है, जब सिद्धार्थ बतौर वीजे चैनल वी के लिए काम किया करते थे।
कटरीना ने अंग्रेजी के ओरिजनल नोवेल 'ग्रेट एक्सपेक्टेशंस' पढ़ने और पहले से ही अपने किरदार की सोच से अच्छी तरह से वाकिफ होने की बात कही, तो वहीं सिद्धार्थ ने बड़ी साफगोई से कहा कि उन्होंने अभी तक तो उपन्यास नहीं पढ़ा है।
रेखा को तब्बू ने किया रीप्लेस
आपको बता दें के कैट की मां का किरदार पहले रेखा करने वाली थीं। यहां तक फ़िल्म के एक हिस्से की शूटिंग भी कर चुकी थीं। लेकिन फिर बीच में खबर आई कि रेखा फ़िल्म का हिस्सा नहीं होंगी। तब्बू ने उन्हें रीप्लेस कर लिया है। तीसरे दिन तब्बू ने 'फितूर' के लिए शूटिंग शुरू कर दी थी।
तब्बू ने अपने किरदार को पेचीदा माना और हंसते हुए कहा कि आजकल इसी तरह के रोल ही उन्हें ऑफर होते हैं। किरदार के लिए की गई तैयारी के बारे में पूछने पर तब्बू बोलीं, 'रोल के बारे में मैंने ज्यादा नहीं सोचा, बस दो दिन का वक्त था मेरे पास सबकुछ समझने के लिए, रोल पसंद आया तो मैंने कर लिया।' वैसे, तब्बू के स्मार्ट एक्ट की तारीफ़ करनी पड़ेगी। वे चरित्र किरदारों में खुद को आजमा रही हैं।
कैट को हुई मुश्क़िल
कटरीना ने फ़िल्म में अपनी मां बनीं तब्बू की तारीफ करते हुए कहा, 'तब्बू के सामने ऐक्टिंग करना सबसे मुश्किल काम था। तब्बू एक बेहतरीन अदाकारा हैं और मेरे सामने परफॉर्म कर रही तब्बू की अदायगी से ध्यान हटाकर खुद अपने अभिनय पर ध्यान देना मेरे लिए बेहद मुश्किल था।
कटरीना ने आगे कहा, 'तब्बू उनकी मां जैसी तो कतई नहीं लगती हैं ... वो मेरी एक अच्छी दोस्त हैं।' तब्बू ने भी कटरीना की तारीफ में कोई कमी नहीं छोड़ी। तब्बू ने उन्हें हार्ड वर्किंग अदाकारा के खिताब से नवाजा।
'हैदर' से समानता नहीं
'रॉक ऑन' और 'काई पो चे' जैसी फिल्में बना चुके 'फितूर' के निर्देशक अभिषेक कपूर को जब सवा साल पहले रिलीज हुई फ़िल्म 'हैदर' की कश्मीरी पृष्ठभूमि की याद दिलाई गई, तो अभिषेक ने फौरन कहा, 'कई फ़िल्मों का बैकग्राउंड कश्मीर रहा है ... 'कभी कभी' भी कश्मीर में पिक्चराईज की गई थी, इसका मतलब ये तो नहीं है कि 'फितूर' और 'कभी कभी' में किसी तरह की कोई समानता है। '
ऋषि की तारीफ़ कर रही हैं कैट
रणबीर से खफ़ा हैं कैट