'राजनीति' के सीक्वल में नहीं होंगे अजय ?
बॉलीवुड में सीक्वल्स और रीमेक का दौर चल रहा है। ऐसे में एक और सफल फिल्म के सीक्वल की तैयारी शुरू हो चुकी है। हम बात कर रहे हैं पांच साल पहले आई फिल्म 'राजनीति' की। प्रकाश झा के निर्देशन में बनी इस फिल्म के सीक्वल की कहानी लिखी जाने लगी है। साल 2010 में आई इस फिल्म को महाभारत पर आधारित बताया गया था। अपनी आगामी फिल्म 'जय गंगाजल' के प्रमोशन में व्यस्त प्रकाश झा ने 'राजनीति' के सीक्वल पर तो मोहर लगा दी, लेकिन इस सीक्वल का हिस्सा अजय होंगे या नहीं इस तथ्य को वे घुमा गए। लेकिन बॉलीवुड खबरियों की माने, तो अजय प्रकाश झा की इस फिल्म में नहीं होंगे। आइए पड़ताल करते हैं इस ख़बर की।
मुंबई। प्रकाश झा और अजय देवगन की जोड़ी ने 'राजनीति', 'अपहरण', 'गंगाजल' और 'सत्याग्रह' जैसी सफल फिल्में इंडस्ट्री को दी हैं। अजय देवगन को तो प्रकाश झा के लिए लकी मैस्कट कहा जाता है। लेकिन कुछ फिल्मों से यह लकी मैस्कट प्रकाश की फिल्मों में दिखाई नहीं दे रहा है। अब ख़बर यह आ रही है कि 'राजनीति' के सीक्वल में भी अजय नहीं होंगे।
पांच साल पहले आई 'राजनीति' के सीक्वल की कहानी लिखी जा रही है। इस फिल्म में अजय के न होने के पक्के संकेत मिल रहे हैं। अपनी फिल्म 'जय गंगाजल' के प्रमोशन में व्यस्त प्रकाश झा ने कहते हैं, 'साल 2010 में यह फिल्म महाभारत के एक एंगल से बनाई थी। महाभारत के कई एंगल हैं, जिन पर अलग राजनैतिक दृष्टिकोण वाली फिल्म बना सकते हैं। मेरी पिछली फिल्म आई तब राजनीतिक हालात अलग थे। आज देश की राजनीति बहुत रोचक दौर में है। तो मैं आज के दौर की कहानी लिख रहा हूं। '
वहीं 'राजनीति' के सीक्वल में अजय के होने की बात पर उन्होंने कहा कि सीक्वल में पुरानी कहानी आगे बढ़ाएंगे, तो उसमें अजय का किरदार नहीं हो सकता। लेकिन नई कहानी हुई तो उसमें अजय होंगे '।
फिल्म के शुरू होने के बारे में प्रकाश ने बताया कि अभी तो अजय के पास डेट्स नहीं है। वे अपनी दो फिल्मों में व्यस्त हैं। अगले साल फ्री होंगे। इसके बाद ही हम अंतिम निर्णय लेंगे।
लेकिन बॉलीवुड ख़बरियों की मानें तो अजय फिलहाल प्रकाश झा की फिल्म करने के मूड में नहीं हैं। इसके वजह भी तर्क दिया जा रहा है। तर्क के मुताबिक़ प्रकाश की पिछली फिल्में फ्लॉप रहीं। यहां तक कि प्रकाश के साथ अपनी दोस्ती के चलते ही अजय ने बिना स्क्रिप्ट सुने 'राजनीति' कर ली थी। इस फिल्म के बारे में प्रकाश ने अजय को कहा था कि उनका किरदार महाभारत के कर्ण की तरह होगा। उनकी किरदार ही प्रमुख होगा, लेकिन जब फिल्म बन कर आई, तो अजय का किरदार चौथे नंबर पर था। कटरीना कैफ और रणबीर कपूर को प्राथमिकता दी गई थी। इन दोनों के बाद नाना पाटेकर और अर्जुन रामपाल की भूमिका अहम थी।
अजय को यह बिलकुल भी ठीक न लगा। तभी से अजय और प्रकाश की दोस्ती में कुछ खटास आ गई। सूत्र तो यह भी बताते हैं कि अजय ने 'आरक्षण' भी इसी नाराजगी के चलते छोड़ दी थी। दलित छात्र की भूमिका जिसे सैफ अली ने निभाया है, वह पहले अजय करने वाले थे। इसके बाद आई 'चक्रव्यूह', जो टिकट खिड़की पर ख़ास कमाल नहीं कर पाई। तीन सालों के बाद एक बार फिर प्रकाश झा अजय को अपनी फिल्म 'सत्यागह' में लेने के लिए गए। दोस्ती के हाथों मजबूर अजय ने इस फिल्म में काम करना स्वीकार किया। लेकिन यह फिल्म भी कुछ खास कमाल नहीं कर पाई।
फिलहाल अपने ड्रीम प्रोजेक्ट 'शिवाय' में व्यस्त अजय कोई भी जोखिम भरा फैसला लेने के मूड में नहीं हैं। आने वाले एक दो साल में अजय के पास दस से ज़्यादा फिल्में हैं। ऐसे में अजय डेट्स न होने का बहाना बनाकर प्रकाश की फिल्म से बाहर रहने का मन बना सकते हैं।
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