ऍल पचिनो लगते थे शाहरुख
बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान को बचपन में लगता था कि वे ऍल पचीनो और कुमार गौरव के 'लुक अलाइक' हैं। यशराज फिल्म्स के बैनर तले बनी फिल्म 'फैन' में शाहरुख दोहरी भूमिका में दिखाई देंगे। हाल ही में इसका ट्रेलर लॉन्च किया गया, जहां वे मीडिया से मुखातिब हुए। साल 2015 में आई फिल्म 'दिलवाले' की उम्मीद के मुताबिक कारोबार न करने का ठीकरा दबी ज़बान में शाहरुख पर ही फोड़ा जा रहा है। इसकी वजह है उनका 'अभिव्यक्ति की आज़ादी' के मुद्दे पर विवादास्पद बयान। शाहरुख अब वही ग़लती दोहराने के मूड में नहीं हैं, तभी तो उन्होंने ट्रेलर लॉन्च के मौके पर पत्रकरों से कहा कि मैं उस वाकये से बाहर आ चुका हूं और 'फ्रीडम ऑफ स्पीच' का मतलब है कि आपको 'चुप' रहने का भी अधिकार होता है। अपनी इस फिल्म से शाहरुख को बहुत उम्मीदें हैं, तभी तो लेट लतीफ शाहरुख ट्रेलर लॉन्च पर समय पर पहुंचे थे।
मुंबई। हिंदी सिने जगत में बादशाह खान के नाम से मशहूर शाहरुख खान की अपकमिंग फिल्म 'फैन' का ट्रेलर लॉन्च हुआ। इस फिल्म में शाहरुख दोहरी भूमिका में नज़र आ रहे हैं। फिल्म की कहानी एक अभिनेता और उसके उसके सबसे बड़े फ़ैन के रिश्ते पर आधारित है।
फिल्म में फैन का नाम 'गौरव' और अभिनेता का नाम 'आर्यन' है। गौरव, शाहरुख का लुक अलाइक (उससे मिलता जुलता) है। दोनों किरदार शाहरुख ने ही निभाए हैं।
मैं कुमार गौरव लुक अलाइक
यशराज फिल्म्स के बैनर तले मनीष शर्मा के निर्देशन में बनी फिल्म के बारे में शाहरुख कहते हैं कि यह 'डबल रोल' की नहीं 'लुक अलाइक' की कहानी है। अपने जीवन में लुक अलाइक से जुड़ा एक क़िस्सा साझा करते हुए बोले, '' मैं जब छोटा था, तो मुझे लगता था की मैं कुमार गौरव की तरह लगता हूं. जब फ़िल्म 'लव स्टोरी' रिलीज़ हुई थी, तो लोग मुझे रेड चेक शर्ट में देख कर कुमार गौरव बोलते थे, तो मुझे बहुत अच्छा लगता था.''
उन्होंने आगे कहा कि जब मैं पहली बार मुंबई आया था, तो सबसे पहले कुमार गौरव से मिलना चाहता था और उसने मिलकर कहना था कि मैं आपकी तरह दिखता हूं। हालांकि, अभी तक यह हो नहीं पाया। उसके बाद मुझे लगने लगा था कि मैं ऍल पचीनो की तरह दिखता हूं। कुछ दिनों के बाद मुझे पता चला कि मेरी आंखें खराब हो गई हैं और मुझे चश्मा लगाना पड़ा। फिर जब मैं पचास साल का हुआ, तो लगने लगा कि मैं अपने पिता की तरह दिखता हूं और वो दौर भी आएगा, जब मैं कहूंगा कि खुद की तरह लगता हूं।
आगे 'चुप' रहूंगा
साल 2015 में रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी फ़िल्म 'दिलवाले' के दौरान अभिव्यक्ति की आज़ादी पर दिए शाहरुख के एक बयान पर काफ़ी बवाल मचा था। फ़िल्म पंडितों का कहना था कि इस हंगामे की वजह से ही फिल्म को काफी नुकसान भी हुआ है। जब शाहरुख से उस बयान के बारे में अब प्रतिक्रिया लेने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, 'अब मैं उस मामले से बाहर आ गया हूं।
अभिव्यक्ति की आज़ादी का मतलब है कि अपको चुप रहने का भी अधिकार होता है। इसलिए अब मैं चुप ही रहूंगा।' शाहरुख पर अपनी फिल्म को सफल करने का दबाव साफ नज़र आ रहा था। वैसे, गॉसिप गली में तो ख़बर भी थी कि रोहित शेट्टी और शाहरुख़ में 'दिलवाले' को लेकर बहस भी हुई थी।
नहीं हूं मोनोटोनस एक्टर
शाहरुख पर एक ही तरह की फिल्में और किरदार करने का आरोप लगते आए हैं। अपने ऊपर लगने वाले इन बयानों के बारे में वो कहते हैं कि पच्चीस सालों से फिल्म समीक्षक बोलते आ रहे हैं की मैं एक ही तरह की एक्टिंग करता हूं, लेकिन इस फिल्म में कुछ अलग करने की कोशिश की है।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बोले, ''जब लोग बहुत सालों तक काम करते हैं, तो उनके बारे में जो बोला जाता है, वो बात बड़ी हो जाती है। अभी तक मुझे जिन किरदारों को निभाने को कहा गया है, मैंने उन्हें ही निभाया है। मुझे, मेरा 'शाहरुख़' होना पसंद है।'
'बूढ़ा' मत बोलो
ट्रेलर लॉन्च के मौके पर जब शाहरुख को उनकी फिल्मों के किरदारों को पहचानने के लिए कहा गया और कार्यक्रम के होस्ट ने शाहरुख द्वारा निभाए एक बुजुर्ग किरदार को पहचानने के लिए कहा, तो वो बोले, ' अरे बूढ़ा - बूढ़ा मत बोलो। वैसे भी ट्विटर पर सब बोलते ही हैं। '
जब उनसे उनके मशहूर डायलॉग बोलने को कहा गया, तो वो मज़ाकिया अंदाज़ में बोले कि हम एक्टर्स बड़े बेवकूफ़ होते हैं, लाइन याद ही नहीं रहती है। इसी मौके पर उन्होंने ख़ुद को कम टैलेंटेड करार देते हुए कहा कि मैं गा नहीं सकता, सिर्फ़ डायलॉग ही बोल सकता हूं।
बिना गाने की फिल्म
यूं तो अभिनेता के लिए हर फिल्म खास होती है, लेकिन शाहरुख ने कहा कि यह फिल्म हर लिहाज़ से बहुत खास है। पहली बात तो यह है कि अपने पच्चीस साल के करियर में पहली फिल्म है, जिसमें सिग्नेचर स्टेप नहीं किया है। इसके अलावा इस फिल्म में एक भी गाना नहीं है। मैंने तो मनीष से कहा कि भाई एक तो आइटम नंबर डाल दे। लेकिन वो माना ही नहीं। इस फिल्म में ग़जब की स्टोरी टेलिंग है।
फिल्मों की सफलता की परिभाषा देते हुए बोले कि जब फिल्मों को लोग पसंद करते हैं, तभी वो अच्छी और बेहतरीन फिल्म कही जाती है, वरना फिल्म सिर्फ़ होम विडियोज़ बनकर रह जाते हैं। शाहरुख की 'फैन' 15 अप्रैल को रिलीज़ हो रही है।
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