गोरख शर्मा होंगे 'स्वर आलाप' में सम्मानित
'स्वर आलाप' पिछले 14 साल से भारतीय संगीत उद्योग से जुड़े संगीतकारो की भलाई की दिशा में कार्य कर रहा है। हर साल ये एक संगीत समारोह का आयोजन करता है, जिसमें संगीत उद्योग की गत वर्षों की महान संगीत प्रतिभाओं को कौशल प्रदर्शन का मंच प्रदान किया जाता है। इस साल फिल्म और संगीत उद्योग से गोरख शर्मा को सम्मानित किया जाएगा। इस बार 17 अगस्त, 2016 को 'स्वर आलाप' की प्रस्तुति ‘द वर्सेटाइल’ होती।
मुंबई। साल 1980 में आई फिल्म 'कर्ज़' के मशहूर तराने 'एक हसीना थी, एक दीवाना था' का तर्ज़ बनाने वाले गोरख शर्मा को 'स्वर आलाप' सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। संगीत उद्योग से जुड़े संगीतकारों के हितलाभ की दिशा में कार्य कर रहा है।
हर साल, स्वर आलाप एक संगीत समारोह का आयोजन करता है, जिसमें संगीत उद्योग की गत वर्षों की महान संगीत प्रतिभाओं को कौशल प्रदर्शन का मंच प्रदान किया जाता है। संगीत उद्योग की आत्मा को जीवित रखने के लिए यह स्वर आलाप की एक पहल है, साथ ही संगठन अन्य अनेक कार्य-कलापों की दिशा में कार्यरत है।
'स्वर आलाप' प्रवक्ता ने बताया कि हम हमेशा सर्वश्रेष्ठ व प्रतिभासंपन्न कथानकों की रचना करके उन्हें बाजार तक पहुँचाते हैं तथा मूल ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए सर्वोचित्त उत्पादन करते हैं।’’
इस वर्ष फिल्म और संगीत उद्योग से महान गोरख शर्मा को दिग्गजों और दिग्गजों के बीच सम्मानित किया जाएगा। गोरख शर्मा भारतीय फिल्म उद्योग के एक जाने-माने भारतीय गिटारवादक हैं। वे प्रसिद्ध संगीतकार जोड़ी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल में से प्यारेलाल शर्मा के छोटे भाई हैं।
इस वर्ष फिल्म और संगीत उद्योग से महान गोरख शर्मा को दिग्गजों और दिग्गजों के बीच सम्मानित किया जाएगा। गोरख शर्मा भारतीय फिल्म उद्योग के एक जाने-माने भारतीय गिटारवादक हैं। वे प्रसिद्ध संगीतकार जोड़ी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल में से प्यारेलाल शर्मा के छोटे भाई हैं।
साल 1960 से 2002 तक के अपने पूरे संगीत सफर के दौरान उन्होंने 1000 से अधिक गीतों और 500 से अधिक फिल्मों में अनेक तारवाद्यों पर हाथ आजमाया। गोरख शर्मा ने चुरा लिया है 'तुमने जो दिल को', 'कर्ज' फिल्म की सुपर हिट धुन, मशहूर आशिकी गिटार धुन के साथ अनेक यादगार धुनें दी हैं।
दिग्गजों की राय
इस बार 'स्वर आलाप' में भागीदार रहे फिल्म उद्योग के कुछ प्रसिद्ध संगीतकारों और गायकों ने अपने विचार साझा किए।
प्यारेलाल जी: स्वर आलाप हमें इस खुशी और विशेषाधिकार का एहसास कराता है कि हमारे निजी और मौलिक संगीत को सम्मानित और मूल्यवान होने की स्वीकृति दी गई है।
शेखर रावजियानी (विशाल-शेखर): स्वर आलाप के कार्यक्रम हमेशा शानदार होते हैं। मैं उन सबकी सफलता की कामना करता हूँ। मेरी शुभकामनाएं!
अमीन सायानी: स्वर आलाप आपका शुक्रिया, जादुई धुन के साथ हमारे प्यासे जीवन को सींचने में मदद करने के लिए।
शान: स्वर आलाप हमेशा नित-नए कार्यक्रम और प्रदर्शन आयोजित करता है, जो मुझे प्रेरित करते हैं।
सुदेश भोंसले: अनजाने कलाकारों को उभारने के लिए स्वर आलाप को मेरा सलाम।
शुभा मुद्गल: सभी भावी कार्यक्रमों एवं योजनाओं की सफलता हेतु स्वर आलाप की टीम को मेरी ओर से विनम्र शुभकामनाएं।
जॉनी लीवर: स्वर आलाप के कार्यक्रम असाधारण होते हैं। मैं इन महान संगीतकारों की उपस्थिति से अत्यंत छोटा हूं।
शिवामणि: स्वर आलाप के कार्यक्रम हमेशा अद्वितीय होते हैं। यह भी एक शानदार कार्यक्रम होगा।
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