काबिलियत पर काम चाहिए श्वेता बसु को
बतौर बाल कलाकार छोटे परते से अपने करियर की शुरुआत करने वाली अदाकारा श्वेता बसु पर प्रॉस्टिट्यूशन के आरोप लगे और तीन महीने तक सुधार गृह में भी रहीं, लेकिन बाद में उन पर लगे सभी आरोपों से उन्हें मुक्त कर दिया गया। लेकिन उस विवाद के दौरान कई बॉलीवुड हस्तियों ने श्वेता को लेकर फिल्म बनाने की घोषणा भी की थी, लेकिन वो वादे बस वादे ही रहे। इस पर श्वेता कहती हैं कि मुझे दया या सहानुभूति पर नहीं, बल्कि काबिलियत पर काम चाहिए।
मुंबई। फिल्म 'मकड़ी' के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाली अदाकारा श्वेता बसु का कहना है कि उनको दया के दम पर नहीं बल्कि अपनी काबिलियत से काम चाहिए। श्वेता, एकता कपूर के धारावाहिक स्टार प्लस पर अक्टूबर से शुरू हो रहे धारावाहिक 'चंद्र नंदिनी' में केन्द्रिय भूमिका निभाती नज़र आएंगी। कैमरे के सामने अपनी इस दूसरी पारी को लेकर श्वेता काफी एक्साइटेड हैं।
ग़ौरतलब है कि दो साल पहले श्वेता को प्रॉस्टिट्यूशन के आरोप में पुलिस ने पकड़ कर दो महीने के लिए सुधार गृह में भेज दिया था। हालांकि, बाद में उन्हें आरोपमुक्त कर दिया था। इस पूरे दौरान कई फिल्ममेकर श्वेता के सपोर्ट में खड़े हो गए थे। उन नामों में एक नाम था हंसल मेहता। हंसल ने ट्विटर पर श्वेता को अपनी फिल्म में लेने की बात कही थी। लेकिन जब हमने श्वेता से हंसल के उस वादे के बारे में पूछा, तो वो बोलीं, 'अभी तक मुझे ऐसी कोई फिल्म ऑफर नहीं हुई है।'
वो आगे कहती हैं जिसे फिल्म देनी होती है, वह देता है। ऐसे ट्विटर पर अनाउंस नहीं करता। इसके अलावा मुझे काम मिलना होगा तो मेरी काबिलियत पर मिलेगा, दया पर नहीं। मुझे मेरे साथ हुए विवाद के बल पर काम नहीं पाना है। श्वेता कहती हैं कि अब वो उन बातों से उबर चुकीं हैं। किताब पढ़ने की शौक़ीन श्वेता को साई-फाई फिल्म में काम करने की इच्छा है।
जब अनुराग ने कहा, 'जा सिमरन जी ले अपनी ज़िंदगी'
श्वेता फिल्ममेकर अनुराग कश्यप के प्रोडक्शन हाउस फैंटम में बतौर स्क्रिप्ट कंसल्टेंट काम कर रही थीं। तकरीबन डेढ़ साल काम करने के बाद श्वेता ने अभिनय की दुनिया में वापसी का फैसला किया। उनके इस फैसले पर अनुराग ने क्या कहा? इसका जवाब देते हुए श्वेता कहती हैं, 'अनुराग यह बात जानते थे कि मैं एक दिन वापस एक्टिंग की दुनिया में जाऊंगी ही। इसलिए उन्हें कोई झटका नहीं लगा '।
श्वेता आगे कहती हैं कि जब कोई फैंटम का छोड़कर जाता है, तो उसे एक मेमरी मग गिफ्ट किया जाता है। ठीक इसी तरह मुझे भी मग दिया गया। अनुराग ने जो मग मुझे दिया था, उस पर लिखा था- 'जा सिमरन, जी ले अपनी जिंदगी'।
जब श्वेता से पूछा गया कि क्या भविष्य में अनुराग के साथ कोई फिल्म करने की योजना है? इसके जवाब में वो कहती कहती हैं, 'अनुराग कश्यप, विशाल भारद्वाज, विक्रमादित्य मोटवानी, एकता कपूर, ये सब मेरी फैमिली की तरह हैं। इन्होंने बचपन से मेरा काम देखा है। इसलिए इनसे मुझे कभी काम मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यदि इन लोगों के पास मेरे लिए कोई काम होगा, तो वे खुद मुझे ऑफर करेंगे '।
बैलेंसिग का हुनर
श्वेता में बैलेंसिंग का गजब का हुनर है। वो एक वक्त में धारावाहिक और फिल्म दोनों में काम कर लेती हैं। बचपन में उन्होंने ऐसा किया है और अब बड़ी होने के बाद भी कर रही हैं। आपको बता दें कि श्वेता, वरुण धवन और आलिया भट्ट स्टारर फिल्म 'बद्रीनाथ की दुल्हनियां' में भी काम कर रही हैं।
श्वेता ने बताया कि फिल्म 'मकड़ी' और 'इकबाल' के उन्हें कई फिल्मों के ऑफर आ रहे थे, लेकिन उनके घरवाले चाहते थे कि पहले वो अपनी पढ़ाई पूरी करें। इसलिए उन्होंने अभिनय से ब्रेक लेकर मास कम्यूनिकेशंस में डिग्री ली। उसके बाद वो साउथ की कुछ फिल्मों में भी दिखीं। वहीं कैमरे के सामने के साथ कैमरे के पीछे भी अपना जौहर दिखाते हुए एक शॉर्ट फिल्म बनाई। क्लासिकल म्यूजिक पर 'रूट्स' नाम से एक डॉक्यूमेंट्री बनाई।