‘शिवाय’ के हिट होने का गणित
अजय देवगन की आगामी फिल्म ‘शिवाय’ उनकी ड्रीम प्रोजेक्ट है। इस प्रोजेक्ट के लिए अजय ने काफी कुछ दांव पर लगाया है। फिल्म में अभिनय और प्रोडक्शन के साथ निर्देशन की भी जिम्मेदारी संभाली है। हालांकि, इससे पहले अजय की बतौर निर्देशक साल 2008 में आई फिल्म ‘यू मी और हम’ बॉक्स ऑफिस पर धराशाई रही थी, लेकिन इस बार का गणित कहता है कि अजय परचम लहराएंगे।
मुंबई। अभिनेता अजय देवगन इस दिवाली पर दर्शकों के लिए एक्शन से भरपूर फिल्म ‘शिवाय’ लेकर आ रहे हैं। इस फिल्म की चर्चा काफी है, पहली वजह है ये फिल्म निर्माता निर्देशक करण - जौहर की फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ से बॉक्स ऑफिस पर सीधा मुकाबला कर रही है। वहीं दूसरा कारण है कि अजय के लिए यह फिल्म ड्रीम प्रोजेक्ट है।
बॉक्स ऑफिस की बाज़ी
अब अजय के बतौर निर्देशक रिकॉर्ड पर नज़र दौड़ाएं, तो पाएंगे कि वो कुछ ख़ास अच्छा नहीं रहा। वहीं यदि बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड की भिड़ंत पर नज़र डालेंगे, तो पाएंगे कि वो बाजी मार ले जाते हैं।
आपको बता दें कि इससे पहले वो बॉक्स ऑफिस पर सनी देओल और बॉबी देओल को पछाड़ चुके हैं। दरअसल, साल साल 2002 में शहीद भगत सिंह पर दो फिल्में रिलीज़ हुई थीं, पहली थी ‘23 मार्च, 1931: शहीद’ और दूसरी थी ‘द लीजेंड ऑफ भगत सिंह’। फिल्म ‘23 मार्च, 1931: शहीद’में बॉबी देओल और सनी देओल मुख्य भूमिका में थे, तो ‘द लीजेंड ऑफ भगत सिंह’में अजय देवगन केंद्रीय भूमिका में दिखे। दोनों फिल्में 7 जून, 2002 को रिलीज़ हुई थीं और बॉक्स ऑफिस के आंकड़ें अजय के पक्ष में रहे।
वहीं यशराज को भी अजय पटखनी दे चुके हैं। अजय की फिल्म 'सन ऑफ सरदार' और यश चोपड़ा की फिल्म ‘जब तक है जान’ 13 नवंबर, 2012 को रिलीज़ हुई थी। आपको बता दें कि यह फिल्म यश चोपड़ा की आखिरी फिल्म थी। दोनों की फिल्मों की रिलीज़ डेट को लेकर विवाद भी हुआ और मामला कोर्ट तक भी पहुंचा। बड़े बजट वाली फिल्म ‘जब तक है जान’को टिकट खिड़की पर अजय की ‘सन ऑफ सरदार’ने पीट दिया।
एक्शन का तड़का
फिलहाल तो अजय कॉमेडी और रोमांस में भी देखे जाते हैं, लेकिन उन्होंने शुरुआत एक्शन हीरो के रूप में की थी। उनकी पहली फिल्म साल 1991 में आई ‘फूल और काटें’ थी, जिसमें वो दो चलती हुई बाइक पर खड़े होकर स्टंट करते दिखे थे। नब्बे के दशक के युवाओं के ज़ेहन में आज भी वो तस्वीर ताजा है।
इसके बाद साल 1992 में आई फिल्म ‘जिगर’, जिसमें वो मार्शल ऑर्ट करते दिखे। फिर साल 1994 में आई ‘विजयपथ’। इस फिल्म में उनके एक्शन के अलावा डायलॉग के भी लोग दिवाने हो गए थे। आज भी अजय की इन फिल्मों को लोग याद करते हैं।
फिर साल 2003 में अजय की सबसे ज़्यादा सराही जाने वाली फिल्मों में से एक फिल्म आई ‘गंगाजल’। प्रकाश झा की इस फिल्म में अजय देवगन एक ईमानदार पुलिस ऑफिसर की भूमिका में थे। इसमें भी उन्होंने शानदार एक्शन किया था।
इसके बाद एक्शन के साथ कुछ कॉमेडी के साथ अजय दिखे ‘सिंघम’ के रूप में। इस फिल्म को भी लोगों ने खास पसंद किया खासकर बच्चों ने। हालिया, इंटरव्यू के दौरान जब अजय से इस बारे में पूछा गया, तो वे बोले कि मालूम नहीं क्यों बच्चों को ‘सिंघम’ पसंद आई। वहीं ‘शिवाय’ को लेकर कॉमिक्स की भी तैयारी शुरू हैं, यानी कि बच्चों के ‘सिंघम’ अंकल ‘शिवाय’ अंकल बनने वाले हैं।
अजय हैं ‘पंगेबाज़’ या ‘इत्तेफाक’ के शिकार