‘चंदामामा दूर के’ लिए सुशांत उड़ा रहे हैं बोइंग-737

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने अपनी आगामी फिल्म ‘चंदामामा दूर के’ की तैयारी शुरू कर दी है। इस फिल्म में वो एक अंतरिक्ष यात्री की भूमिका में नज़र आएंगे। तैयारी के पहले चरण में वो बोइंग 737 उड़ाने का प्रशिक्षण ले रहे हैं और इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया शेयर किया है। 

सुशांत सिंह राजपूत ने शुरू कर दी 'चंदामामा दूर के' की तैयारियां

मुंबई। अपने किरदारों में जान डालने की कोशिश करने वाले अभिनेताओं में से एक सुशांत सिंह राजपूत अभी से अपनी आगामी फिल्म की तैयारियों में जुट गए हैं। इस बार फिल्म में वो बोइंग 737 उड़ाते दिखेंगे और इसकी उन्होंने ट्रेनिंग लेनी भी शुरू कर दी है। 

घबराने वाली बात नहीं है, सुशांत सच में यह जहाज नहीं उड़ा रहे हैं, बल्कि वह इसके सिमुलेटर में ट्रेनिंग ले रहे हैं। सुशांत ने अपनी इस ट्रेनिंग का एक वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया है, जिसे देख कर आपको भी जहाज उड़ाने का दिलचस्प अहसास मिलेगा। 

बीते साल आई फिल्म ‘एम एस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी’ में उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी का किरदार निभाया, जिसकी तैयारी के लिए वो कई बार धोनी के घर गए, उनके साथ समय बिताया। यहां तक कि धोनी की ही तरह ‘हैलीकॉप्टर’ शॉट मारना भी सीखा। वहीं फिल्म ‘डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी’ के लिए भी सुशांत ने कड़ी मेहनत की थी। 

दरअसल, सुशांत सिंह राजपूत अपनी आगामी फिल्म ‘चंदामाम दूर के’ में एक अंतरिक्ष यात्री की भूमिका निभाने जा रहे हैं और उन्होंने इस फिल्म के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इन तैयारियों में सबसे पहले उन्होंने बोइंग 737 उड़ाना सीखने की शुरुआत की है। इस ट्रेनिंग का वीडियो भी सुशांत ने ट्विटर पर शेयर किया है। 

सुशांत ने वीडियो के साथ लिखा है, ‘उत्साह अपने चरम पर है। ‘चंदामामा दूर के’ ट्रेनिंग का पहला दिन। बोइंग 737 का नमूना’।


इस वीडियो में सुशांत बोइंग 737 के कॉकपिट में बैठे विमान उड़ाते दिख रहे हैं, लेकिन वो सच का बोइंग प्लेन नहीं उड़ा रहे क्योंकि उसके लिए पायलट लाइसेंस उनके पास नहीं है।

आपको बता दें कि वो असली बोइंग में नहीं बैठे, बल्कि उसका सिमुलेटर है। सिमुलेटर उस मशीन को कहते हैं, जो असली मशीन की हू-ब-हू नकल होता है। इस कॉकपिट को हू-ब-हू बोइंग-373 जैसा बनाया गया है और उसके भीतर लगाए गए कमांड्स भी असली मशीन से मिलते-जुलते हैं। 

वहीं यदि स्क्रीन को ग़ौर से देखेंगे, तो पाएंके कि स्क्रीन पर नीला आसमान है, तो हम आपको बता दें कि सामने दिख रही हवाई पट्टी भी असली नहीं है। सामने जो दिख रहा है, वह तीन हिस्सों में बांटी गई स्क्रीन है, जो आकाश में उड़ने का भ्रम पैदा करती है। 

इस अंतरिक्ष पर आधारित साहसिक फिल्म के लिए फिल्म निर्माता संजय पूरण सिंह चौहान ने नेशनल एयरोनाटिक्स एंड स्पेस एडमिनेस्ट्रेशन (नासा) में काफी समय तक शोध किया। इस फिल्म की शूटिंग जुलाई में शुरू होगी।

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