कंगना खरी-खरी कहिन इन ‘कॉफी विद करण’
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के कुछ अनकहे सच और अलिखे नियमों पर कंगना रनौत ने ‘कॉफी विद करण’ में जमकर वार किया। वार कुछ इस अंदाज़ में किए कि शो के होस्ट करण जौहर बगले झांकते मिले। कुछ तंज ऐसे थे, जिन्हें बरसो संभाल कर रखा गया था। इस इंतज़ार में की कभी तो ‘उससे’ सामना होगा और उन तंजो को एक-एक कर उसकी ओर उछालेंगे। यही होता है शायद, जब एक ‘आम’ तमाम मुश्किलों को भेदता हुआ ‘ख़ास’ हो जाता है।
मुंबई। बेबाक-बिंदास कंगना रनौत को अब हिंदी फिल्म इंडस्ट्री बेहतरीन अदाकारा मानने लगा है। ख़ुद को अभिनेत्री साबित करने के लिए कंगना ने एक लंबा सफर तय किया है। जाहिर है इस सफर में सिर्फ मेहनत ही लगन भी भरपूर शामिल है।
कुछ तो काबिलियत रही होगी कि एक के बाद एक लगातार दो राष्ट्रीय पुरस्कार मिले। वर्ना तो कंगना का एक वक़्त ऐसा भी था कि उन्हों बी-ग्रेड एक्ट्रेस या एक्स्ट्रा की तरह बर्ताव किया गया। यहां तक कि कुछ ने तो फिल्म में उनके सीन तक पर कैंची चलवाई।
कुछ तो काबिलियत रही होगी कि एक के बाद एक लगातार दो राष्ट्रीय पुरस्कार मिले। वर्ना तो कंगना का एक वक़्त ऐसा भी था कि उन्हों बी-ग्रेड एक्ट्रेस या एक्स्ट्रा की तरह बर्ताव किया गया। यहां तक कि कुछ ने तो फिल्म में उनके सीन तक पर कैंची चलवाई।
ख़ैर, इन सब वाकयों का दुख तो रहा ही होगा। तभी तो मशहूर निर्देशक करण जौहर के सेलेब चैट शो ‘कॉफी विद करण’ पर आकर सीधा निशाना करण पर करने का जज्बा आता है।
पूरे एपीसोड में ऐसा कई मर्तबा हुआ जब करण की जुबान ही सिल गई और तो और शो में कंगना के साथ आए सैफ भी कह बैठे, ‘मैं इस शो में क्या कर रहा हूं’।
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की इक्का-दुक्का फिल्मों को छोड़ दिया जाए, तो बाकी फिल्मों में अभिनेत्रियों का इस्तेमाल मैनीक्वीन की ही तरह होता रहा है। हालांकि, बीते कुछ सालों में इस चलन में तब्दीली देखने को मिली है। इसकी शुरुआत का श्रेय विद्या बालन को जाता है और आगे बढ़ाने का कंगना को। तभी तो एक अभिनेत्री इस दंभ के साथ कहती है कि उसे बॉलीवुड के खान्स के बराबर का किरदार मिलें।
इस चैट शो में काफी कुछ कहा कंगना ने, लेकिन आइए हम उन कुछ ख़ास पॉइंट्स पर नज़र दौड़ाते हैं, जिन्हें सुन फिल्म इंडस्ट्री के कान सुन्न हो गए होंगे।
कंगना की अंग्रेज़ी का करण ने उड़ाया था मज़ाक
कंगना ने करण को आते ही अपने तेवर दिखा दिए, जब कहा कि मैं आपसे डिग्निटी की उम्मीद करती हूं। सैफ, एक ‘नवाब’ हैं और मैं फिल्म इंडस्ट्री की ‘क्वीन’ हूं।
फिर करण ने कंगना की उपलब्धियां गिनाई और उनसे इतना सब कर पाने के पीछे का जज्बा पूछा, तो सपाट चेहरे के साथ कंगना ने कहा, ‘आप करण। यदि मेरे प्रति लोगों में इतनी अस्वीकार्यता न होती, लोग मेरा इतना मज़ाक न बनाते, तो शायद मैं यहां तक न पहुंच पाती।’
कंगना यहीं नहीं रूकी उन्होंने आगे कहा कि आपने इसी शो पर मेरी अंग्रेज़ी और मेरे एक्सेंट का मज़ाक बनाया है। मुझे मेरे काम के प्रति इन सभी ने और जुनूनी बनाया है।
आउटसाइडर्स के लिए इन्टॉलरेंट हैं करण
करण पर कंगना सीधे वार कर रहीं थी। बिना किसी लब-ओ-लुआब उन्होंने करण से कहा कि आप ही हैं, जो ‘गैर-फिल्मी’ कलाकारों को इंड्स्ट्री में बर्दाश्त नहीं कर पाते।
कंगना ने तो करण की तरफ इशारा करते हुए यहां तक कह डाला कि यदि मेरी बायोपिक बनती है, तो उसमें एक किरदार ज़रूर होगा, जो बॉलीवुड में बड़ी साख रखने वाला घमंडी और गैर-फिल्मी कलाकारों को न बर्दाश्त करने वाला शख़्स होगा। भाई-भतीजावाद का झंडा बुलंद करने वाला ‘मूवी माफिया’ होगा।
वहां मौजूद सभी लोग हंस भी पड़े, लेकिन कंगना ने यह नहीं कहा कि उनका बोला हुआ सब मज़ाक था। कहा जा सकता है कि कंगना, करण को आईना दिखा रही थीं। करण सिर्फ बॉलीवुड से संबंध रखने वालों को ही लॉन्च करने के लिए जाने जाते हैं।
आदित्य चोपड़ा ने अपने कहे शब्द लिए वापस
इस शो में कंगना ने यशराज फिल्म्स के कर्ता-धर्ता आदित्य चोपड़ा से जुड़ा एक वाकया भी साझा किया। कंगना ने बताया कि कभी आदित्य चोपड़ा ने उनसे कहा था कि बॉलीवुड में कभी वो बड़ा नाम नहीं बन पाएंगी। लेकिन बीते साल आदित्य ने कंगना को बुलाया और कहा कि उन्होंने आदित्य को ‘ग़लत’ साबित कर दिया।
कंगना ने चमकती हुई मुस्कान के साथ कहा कि मुझे यह सुनकर काफी खुशी हुई। हालांकि, उनको यह करने की ज़रूरत नहीं थी।
बॉलीवुड, वो जगह जहां तब होठों पर झूठी मुस्कान और दिल में सच्ची जलन के साथ जीते हैं, वहां ये बेबाक कंगना बिना किसी लाग-लपेट के बोले जा रही थी। करण से इस तरह से बात करने का नतीज़ा यह भी हो सकता है कि वो कभी-भी कंगना को अपनी फिल्म में न लें, लेकिन कब कंगना डरी है, जो अबकी डरेगी।
इसी बेबाकी के चलते तो फिल्म ‘रास्कल’ के साथी कलाकार यानी संजय दत्त और अजय देवगन ने कंगना के साथ दोबारा काम न करने के बारे में कह डाला था। फिर भी वो और मजबूती के साथ खड़ी है।
खान्स के साथ बराबरी का हक़
जिस हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में इक्का-दुक्का फिल्मों को छोड़ कर, बाकि फिल्मों में अभिनेत्रियां फिलर की तरह इस्तेमाल होती हैं। किसी शोरूम की शोभा बढ़ाती मैनीक्वीन की तरह ही वो भी फिल्म का एक पुर्जा ही होती हैं।
वहां नेशनल टेलीविज़न पर कंगना कहती पाई जाती हैं कि मैं खान्स के साथ काम नहीं करना चाहती। मैं ऐसे किसी के साथ भी काम नहीं करना चाहूंगी, जिसके साथ बराबरी का रोल न मिले।
जिस दिलेरी के साथ कंगना ने यह बात कही, वैसा शायद ही कोई अभिनेत्री दिखा पाए। क्योंकि, इस इंडस्ट्री में खान्स को ‘ना’ कहना सबके वश की बात नहीं है।
शाहिद के लिए ‘सुसाइड-बॉम्बर’ कंगना
जब कंगना से फिल्म ‘रंगून’ के अपने सहकलाकारों के बारे में पूछा गया, तो कंगना ने सबसे पहले शाहिद के बारे में कहा कि वो मूडी हैं। जब शाहिद का मूड अच्छा हो, तो उनके साथ काम करना किसा सपने की तरह ही है। यहां तक कि आपके लिए वो नाश्ता भी लेकर आते हैं, जबकि मूड ख़राब हो, तो आपको ऐसे देखते हैं कि जैसे आप ‘सुसाइड-बॉम्बर’ हो। इतने कहने के बाद कंगना ठहाका लगाकर हंसने लगीं।
वहीं सैफ के बारे में बात करते हुए कहा कि वो जहां जाते हैं, वहां छा जाते हैं और हमेशा स्पॉटलाइट में रहना चाहते हैं। यही उनकी बुरी आदत है और अच्छाई का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी ‘खुशमिजाज़ी’ उनके व्यक्तित्व का सबसे अच्छा पहलू है।
अमीरी-गरीबी की अपनी-अपनी परिभाषा
कंगना से करण ने जब पूछा कि किसी ग़रीब, लेकिन प्रेम के साथ रहना चाहेंगी या फिर अमीर और बिना प्रेम के बसर करना पसंद करेंगी।
कंगना ने तपाक से कहा कि करण आपकी ग़रीबी की परिभाषा, मेरी ग़रीबी की परिभाषा से बिलकुल अलग है।
आलिया बेहतरीन अभिनेत्री, ऐश खूबसूरत और सोनम स्टाइलिश
वहीं एक सवाल के जवाब में कंगना ने आलिया भट्ट को मौजूदा दौर में सबसे अच्छी अदाकारा करार दिया। आलिया के साथ काम करने की इच्छा भी जाहिर की। इसके अलावा सबसे खूबसूरत अभिनेत्री के रूप में कंगना ने एश्वर्या राय का नाम लिया और सोनम कपूर को ‘मेमसाहब’ यानी स्टाइलिश बताया।
विधु विनोद चोपड़ा हैं रियल मैन
वहीं जब करण ने कंगना से पूछा कि इंडस्ट्री में कौन है रियल मैन, तो कंगना ने कहा, ‘विधु विनोद चोपड़ा’। कंगना ने विधु विनोद चोपड़ा का नाम लेने के पीछे की वजह भी बताई। उन्होंने कहा कि जब भी मैं परेशान हुई हूं, विधु कॉल करते हैं और कहते हैं, ‘और पहाड़न, परेशान है। चिंता मत कर, सब ठीक हो जाएगा। मैं हूं ना।’
कंगना ने बेधड़क, बिना लाग-लपेट के अपने सच को कह तो दिया, लेकिन मुखौटों से भरी इंडस्ट्री इस सच को सह पाती है या नहीं आने वाला समय ही बताएगा।
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