‘राब्ता’ को मिली राहत, ‘मगधीरा’ ने केस लिया वापस
अदाकारा कृति सैनन और अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत अभिनीत फिल्म ‘राब्ता’ को राहत मिल चुकी है और इस सप्ताह वो रिलीज़ भी हो रही है। दरअसल, तेलुगु फिल्म ‘मगधीरा’ के प्रोड्यूसर अल्लु अरविंद ने फिल्म ‘राब्ता’ के मेकर्स पर कहानी चोरी का आरोप लगाया था।
मुंबई। अब सुशांत सिंह राजपूत और कृति सैनन की दिनेश विजान निर्देशित फिल्म ‘राब्ता’ की रिलीज़ का रास्ता साफ हो गया है। हैदराबाद कोर्ट ने ‘राब्ता’ को रिलीज़ की अनुमति दे दी है और तेलुगु फिल्म ‘मगधीरा’ के प्रोड्यूसर अल्लु अरविंद ने अपना केस भी वापस ले लिया।
ग़ौरतलब है कि गीता आर्ट्स के अल्लु अरविंद ने कुछ दिन पहले ‘राब्ता’ के मेकर्स पर 'मगधीरा' की कहानी चोरी करने का आरोप लगाया था। उन्होंने ‘राब्ता’ के मेकर्स के खिलाफ हैदराबाद के एक कोर्ट में केस भी फाइल करवाया था। इस पर निर्देशक दिनेश विजान ने कहा था कि यह काफी अपमानजनक है।
दिनेश ने एक बयान जारी कर कहा था कि हम इस बात के पूरी तरह खिलाफ हैं, जिसमें कहा जा रहा है कि ‘राब्ता’, ‘मगधीरा’ का कॉपी है। यह बहुत अपमानजनक स्थिति है कि इंड्स्ट्री के लोग किसी की कड़ी मेहनत को ‘कॉपी’ का नाम दे देते हैं। वह भी केवल दो मिनट के ट्रेलर को देख कर ही निष्कर्ष पर पहुंच जाते हैं।
ख़ैर, अब जबकि यह विवाद सुलझ गया है, तो फिल्म ‘राब्ता’ की टीम ने ऑफिशियल स्टेटमेंट जारी कर अपना पक्ष रखा है।
इस स्टेटमेंट में ‘राब्ता’ के मेकर्स ने कहा है कि फिल्म के ट्रेलर में एक सीन में सुशांत सिंह राजपूत एक बेहतरीन योद्धा की तरह अपने शत्रुओं को मारता है। वहीं इसके दूसरी तरफ एक और ही हाई-बोल्टेज ड्रामा चल रहा था। इस ड्रामें में आपको बहुत बड़ा एक्शन भी देखने को मिला होगा, जो शायद फिल्म में देखने को न मिले।
हम सब जानते है कि किस तरह से फिल्मकार अपनी फिल्म की रिलीज़ से पहले टारगेट किए जाते हैं। सबसे आसान तरीक़ा होता है कि फिल्म के खिलाफ स्टे-ऑर्डर ले लिया जाए, ताकि जब तक केस पूरा न हो फिल्म को रिलीज़ न किया जा सके। तब फिल्मकार कुछ कम्पनसेट करके फिल्म को रिलीज़ करने की गुजारिश करते हैं।
हम सब जानते है कि किस तरह से फिल्मकार अपनी फिल्म की रिलीज़ से पहले टारगेट किए जाते हैं। सबसे आसान तरीक़ा होता है कि फिल्म के खिलाफ स्टे-ऑर्डर ले लिया जाए, ताकि जब तक केस पूरा न हो फिल्म को रिलीज़ न किया जा सके। तब फिल्मकार कुछ कम्पनसेट करके फिल्म को रिलीज़ करने की गुजारिश करते हैं।
‘राब्ता’ की तरफ से जारी बयान में आगे लिखा है कि हम लोगों ने ‘मगधीरा’ के प्रोड्यूसर अल्लु अरविंद से एक बार फिल्म ‘राब्ता’ देखने की गुजारिश की। ताकि वो ख़ुद दोनों फिल्मों की तुलना कर सकें, लेकिन उन्होंने इसमें दिलचस्पी नहीं दिखाई।
इस सारे विवाद के पीछे हमें सिर्फ एक ही वजह नज़र आती है और वह यह कि ‘मगधीरा’ के मेकर्स ने इस फिल्म के राइट्स बेच दिए हैं, ताकि यह फिल्म हिन्दी में बन सके। अब क्योंकि ‘राब्ता’ भी पुनर्जन्म की कहानी है, तो यह बहुत मुश्किल होगा कि इस तरह की फिल्म लोग तुरंत ही दोबारा देखना चाहें। हो सकता है कि हम ग़लत हों, लेकिन यह इस केस का असली मक़सद फिल्म को रिलीज़ होने से रोकना था, न कि सही तरह से अपना पक्ष रखना।
अब यदि आख़िरी समय पर आए फैसले की बात करें, तो कोर्ट ने ‘राब्ता’ को रिलीज़ करने की अनुमति दे दी है। पिछले दिनों हुए इतने सारे ड्रामे के बाद यह एक अच्छी ख़बर है।
वैसे, फिल्म ‘राब्ता’ शुरू से ही विवादों में बनी हुई है। पहले संगीतकार प्रीतम ने दूसरे आर्टिस्ट का गाना लेने की वजह से फिल्म से अपना नाम हटा लिया। फिर पंजाबी गायक जे स्टार ने मेकर्स पर उनका गाना चुराने का आरोप लगाया था।
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