‘बॉक्सिंग टीम’ के मालिक बने सुशांत सिंह राजपूत
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने बिजनेस में भी हाथ आजमा रहे हैं। हाल ही में उन्होंने सुपर बॉक्सिंग लीग की टीम दिल्ली ग्लेडिएटर्स को ख़रीदा है। सुशांत का कहना है कि वो इस खेल को बहुत पसंद करते हैं।
मुंबई। भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की बायोपिक में मुख्य भूमिका निभा चुके सुशांत सिंह राजपूत अब बॉक्सिंग टीम के मालिक हैं। उन्होंने सुपर बॉक्सिंग लीग की टीम दिल्ली ग्लेडिएटर्स को खरीद लिया है।
इस बारे में बात करते हुए सुशांत ने कहा कि मैं हमेशा से बॉक्सिंग का बड़ा फैन रहा हूं। यहां तक कि सिलवेस्टर स्टेलॉन की फिल्म ‘रॉकी’ सीरीज़ का भी फैन हूं। मैं इस खेल से जुड़ने का इससे अच्छा तरीक़ा नहीं हो सकता। मैं अपने इस नए वेंचर को लेकर बहुत उत्साहित हूं।
इस लीग में आठ टीमें हैं, जो एक-दूसरे से भिड़ेंगी। जब सुशांत से पूछा गया कि आप किस तरह एक्टिंग और इस टीम के काम को संभालेंगे? ...तो इसका जवाब देते हुए कहा मैं मुश्क़िल से दो-तीन घंटे ही सोता हूं। इस वजह से मेरे पास काफी सारा समय बच जाता है। मैं अपनी टीम के साथ पूरी तरह इनवॉल्वड होने की योजना बना रहा हूं।
कॉम्पटिशिन को लेकर बात करते हुए कहा कि मैं चाहता हूं कि मेरी टीम बेस्ट परफॉर्म करे। इसके अलावा, उन्होंने यह जोर देते हुए कहा कि टीम खरीदने से बाक़ी कलाकारों, जिन्होंने टीम पहले से खरीद रखी है, उनके संबंधों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
सुशांत के अलावा कई और अभिनेता हैं, जिन्होंने खेलों में निवेश किया है। उनमें अभिषेक बच्चन, सुनील शेट्टी, राणा दग्गुबती, रणदीप हुड्डा और सोहेल खान हैं।
बीते दिनों सुशांत के लेकर ख़बरें थी कि वो काफी एरोगेंट हो गए हैं। जाने क्यों लोगों को मुझमें एरोगेंसी झलकने लगी है। अपनी बात में आगे जोड़ते हुए कहा कि लोग मेरी बॉडी लैंग्वेज को लेकर बातें करने लगे हें। मैं किस तरह किसी पत्रकार से बात कर रहा हूं, इस पर भी चर्चा होने लगी है। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मैं जैसे पहले था, अभी भी वैसा ही हूं।
सुशांत अपनी दलील देते हुए कहते हैं कि मैं पैसों और कामयाबी मिलने से बदलने वालों में से नहीं हूं। मैं जब ‘पवित्र रिश्ता’ कर रहा था, तभी ऐसे मुकाम पर पहुंच गया था, जहां मुझे पैसों के बारे में सोचने की जरूरत महसूस नहीं होती थी। मैं सिर्फ अपने प्रदर्शन पर ध्यान देना चाहता हूं।
वो आगे कहते हैं कि आप मुझसे मेरा सारा पैसा और शोहरत छीन लें, मैं फिर भी वही इंसान रहूंगा, जो पहले था। शोहरत और पैसा मुझे नहीं बदल सकता। हां मैंने अच्छे घर, बढ़िया गाड़ी का सपना देखा था, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि मैं बदल जाऊंगा।
सुशांत सवालिया लहजे में कहते हैं कि अब तो मैं जानना चाहता हूं कि आखिर किस बात से लोगों को लगा कि मैं एरोगेंट हो गया हूं?