फिल्म समीक्षा: सोनू के टीटू की स्वीटी
लव रंजन एक बार फिर कॉमेडी में पगा यंगस्टर्स लव ड्रामा लेकर आए हैं। इस बार भी फिल्म में उनके पसंदीदा कलाकार ही नज़र आएंगे, लेकिन बस भूमिकाएं बदली हुई हैं। इस बार लव रोमांस और ब्रोमांस के बीच की जंग को सिल्वर स्क्रीन पर लेकर आए हैं। कैसी बनी है फिल्म, आइए करते हैं समीक्षा...
फिल्म : सोनू के टीटू की स्वीटी
निर्माता : भूषण कुमार, किशन कुमार, लव रंजन
निर्देशक : लव रंजन
कलाकार : कार्तिक आर्यन, सनी सिंह, नुसरत भरूचा, आलोक नाथ, पवन अरोड़ा
संगीत : रोचक कोहली, यो यो हनी सिंह
जॉनर : कॉमेडी ड्रामा
रेटिंग : 4/5
फिल्म ‘प्यार का पंचनामा’ बनाने वाले निर्देशक लव रंजन अपने पसंदीदा कलाकार कार्तिक आर्यन और नुसरत भरुचा के साथ एक और नई फिल्म लेकर आए हैं, लेकिन इस बार कार्तिक और नुसरत एक-दूसरे के अपोज़िट नहीं हैं। इस फिल्म में ब्रोमांस यानी भाईपना और रोमांस यानी इश्क़ की जंग है।
कहानी
फिल्म की कहानी शुरू होती है टीटू यानी सनी सिंह से। टीटू बहुत जल्दी प्यार में पड़ जाता है और फिर उसे हर बार धोखा मिलता है। वहीं टीटू का दोस्त है सोनू यानी कार्तिक आर्यन। सोनू टीटू के टूटे दिल पर न सिर्फ मरहम लगाता है, बल्कि वो हर बुरी लड़की से अपने दोस्त को बचाता भी है।
हर बार प्यार-इश्क़ और फिर दिल टूटने से तंग आकर टीटू फाइनली शादी करने का मन बना लेता है। अरेंज मैरिज के लिए उसे स्वीटी यानी नुसरत भरूचा का रिश्ता आता है। टीटू के साथ उसके परिवार को भी स्वीटी पसंद आ जाती है, क्योंकि स्वीटी में आदर्श बहु और बीवी के सारे गुण हैं।
वहीं सोनू को दाल में कुछ काला नज़र आने लगता है। वो सोचता है कि आखिर कोई लड़की इतनी परफेक्ट कैसे हो सकती है? अच्छी बहू भी, बीवी भी और साथ में अच्छी बेटी भी। सोनू को लगता है कि यह किसी तरह का जाल है, जिस से वो अपने टीटू को बचाना चाहता है। लिहाजा टीटू और स्वीटी की शादी न हो, इसकी कर मुमकिन कोशिश करता है, लेकिन सोनू की हर चाल को स्वीटी नाकाम करती है।
...तो सवाल यह है कि क्या वाकई स्वीटी इतनी परफेक्ट है या कोई चाल है? क्यो सोनू, स्वीटी का पर्दा फाश कर पाएगा?...इन सबके लिए थिएटर का रुख करना होगा।
समीक्षा
इस फिल्म का निर्देशन शानदार है। कॉमेडी में पगे डायलॉग्स आपको हंसा-हंसा कर लोट-पोट कर देंगे। फिल्म आखिर तक दर्शकों को कुर्सी से बांधे रखती है। फिल्म में टर्न्स-ट्विस्ट, रोमांस-ब्रोमांस सब कुछ मिलेगा।
नुसरत भरूचा, कार्ति आर्यन और सनी सिंह से लव रंजन ने बेहतरीन काम करवाया है। साथ ही तीनों कलाकार अपने किरदार के साथ न्याय करते नज़र आए। वहीं लंबे समय के बाद नज़र आए संस्कारी बाबू जी आलोकनाथ के किरदार में भी नयापन था और वो उसके साथ उम्दा रहे। वीरेंद्र सक्सेना भी अच्छे रहे।
इस फिल्म का संगीत तो पहले से ही लोगों की ज़बान पर चढ़ तुका है, चाहे वो ‘दिल चोरी...’ हो या फिर ‘स्वीटी स्लोली’ या ‘लक मेरा हिट’ या फिर ‘तेरा यार हू मैं’ सब इन दिनों यंगस्टर्स की ज़बान पर हैं।
ख़ास बात
यदि आपको कॉमेडी के तड़के वाली रोमांटिक ड्रामा फिल्म देखना हो या फिर आपको नए तरीक़े की कहानी लुभाती है, तो फिर यह ‘मस्ट वॉच’ मूवी है। यह फिल्म फुल पैसा वसूल है।
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