अमिताभ बच्चन की लाडली श्वेता ने किया एक्टिंग डेब्यू
जहां एक तरफ स्टारकिड फिल्मों में एक के बाद डेब्यू कर रहे हैं। वहीं अब अमिताभ बच्चन और जया बच्चन की लाडली श्वेता बच्चन नंदा भी अभिनय के क्षेत्र में पदार्पण कर रही हैं। हालांकि, वो किसी फिल्म के लिए नहीं बल्कि एक विज्ञापन के लिए अपने पिता अमिताभ के साथ स्क्रीन शेयर कर रही हैं।
मुंबई। अमिताभ बच्चन की बेटी श्वेता बच्चन नंदा 44 साल की उम्र में एक्टिंग डेब्यू कर रही हैं। एक ज्वेलरी ब्रांड के विज्ञापन के लिए श्वेता अपने पिता अमिताभ के साथ स्क्रीन शेयर करती दिखाई दीं।
यूं तो पूरा बच्चन परिवार ही फिल्मों से जुड़ा है, लेकिन श्वेता कभी भी किसी फिल्म में नज़र नहीं आईं। लेकिन अब जल्दी ही एक विज्ञापन में नज़र आएंगी। हाल ही में इस विज्ञापन को शूट किया गया, जिसमें श्वेता अपने पिता अमिताभ के साथ दिखी। यह विज्ञापन जुलाई में ऑन एयर होगा।
इस विज्ञापन में श्वेता का लुक सादगी भरा था। उन्होंने ऑफ वॉइट और यलो कलर का कुर्ता पहना था। वहीं अमिताभ चेक शर्ट, काली पैंट और काले रं के मफलर में थे। विज्ञापन की तस्वीरें बाहर आई हैं, जिससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि ये दोनों मध्यम वर्गीय परिवार के किरदार में होंगे।
अमिताभ बुजुर्ग की भूमिका में हैं, तो वहीं श्वेता उनका सहारा बनी हैं, ताकि वह ठीक से चल पाएं। रिपोर्ट की माने, तो पिता-पुत्री की भूमिका में ही होंगे। यह विज्ञापन हिंदी के अलावा मलयालम में भी प्रसारित किया जाएगा।
बता दें यह विज्ञापन कल्याण ज्वेलर्स के लिए शूट किया गया है। इस कंपनी के विज्ञापन में जया बच्चन भी नज़र आ चुकी हैं। अमिताभ बच्चन इसके ब्रॉन्ड एंबेसडर हैं।
अमिताभ ने ट्विटर पर श्वेता को शुभकामना देते हुए तस्वीर भी पोस्ट की....
T 2812 - Daughters be the best .. !! pic.twitter.com/hED4fVEbqg— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) May 21, 2018
अमिताभ ने लिखा ब्लॉग
इस विज्ञापन में अमिताभ और श्वेता ऑटो में सवार दिखे। शूटिंग के दौरान ऑटो राइड लिया। अमिताभ ऑटोवाले से इतने प्रभावित हुए कि उसको लेकर ब्लॉग भी लिख दिया।
अमिताभ अपने ब्लॉग में लिखते हैं, ‘मैं आज यात्रा के पसंदीदा माध्यम ऑटो से काम पर गया। आप इसे ऑटो रिक्शा, ऑटो कुछ भी कह सकते हैं। हर समय चेहरे पर मुस्कुराहट रकने वाले ऑटो चालक शरीक़ से जब मैंने पूछा कि आप दिन में कितना कमा लेते हैं, उसने कहा 1,500 से 1,800 के बीच, लेकिन जब शूटिंग के लिए रिक्शा जाता है, तो 5,000 तक भी या कई बार उससे ज़्यादा भी कमा लेता है।’
अमिताभ आगे लिखते हैं, ‘यह बात जानते ही मैं खुद को असहाय महसूस करने लगा। मैं इस देश की प्रशंसा करता हूं। इस दुनिया की प्रशंसा करता हूं, लेकिन मैं खुद को असहाय महसूस करता हूं। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे ऐसा जन्म मिला।’
ब्लॉग यहां पढ़ सकते हैं।
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