आखिर क्यों श्रद्धा कपूर ने ठुकराई थी सलमान खान की फिल्म?
श्रद्धा कपूर आज किसी परिचय की मोहताज नहीं है। अपने दम पर फिल्म इंडस्ट्री में एक खास पहचान बना ली है। अमिताभ बच्चन की मुख्य भूमिका वाली फिल्म 'तीन पत्ती' से अपने सिने करियर की शुरुआत करने वाली श्रद्धा को सबसे पहले सलमान खान ने फिल्म ऑफर की थी। जी हां, लेकिन श्रद्धा ने सलमान के उस ऑफर को ठुकरा दिया था। आखिर क्यों...श्रद्धा के बर्थ-डे पर आइए जानते हैं ऐसे कुछ दिलचस्प किस्से।
श्रद्धा कपूर हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री की उन अभिनेत्रियों में से हैं, जो न सिर्फ पर्दे पर अभिनय करने की महारथी हैं, बल्कि वो कर्णप्रिय संगीत में भी सिद्धहस्त हैं। सीधी-सादी भाषा में कहें, तो श्रद्धा न सिर्फ अच्छी एक्ट्रेस हैं, बल्कि अच्छी सिंगर भी हैं। कई फिल्मों में उनकी आवाज़ का जादू भी सुनने को मिला है।
बॉलीवुड के नामचीन चरित्र अभिनेता शक्ति कपूर की बेटी श्रद्धा को एक्टिंग में शुरू से ही दिलचस्पी थी। इसलिए गाहे-बगाहे अपने मां-पापा की ड्रेसेस पहन कर वो शीशे के सामने खड़े होकर उनकी नकल उतारा करती थीं। ख़ैर, एक्टिंग में ही उनको अपना करियर बनाना है, इस बात की समझ काफी बाद में आई।
सलमान की फिल्म ठुकराई
अमिताभ बच्चन की मुख्य भूमिका वाली फिल्म 'तीन पत्ती' से अपने करियर की शुरुआत करने वाली श्रद्धा को 'हैदर', 'आशिकी 2', 'बागी' और 'स्त्री' सरीखी कई फिल्मों में नज़र आ चुकी हैं। लेकिन उनको करियर का पहला ब्रेक सलमान खान देने वाले थे।
दरअसल, हुआ यह कि श्रद्धा अपने स्कूल में एक प्ले कर रही थीं और उसे देखने सलमान खान भी आए हुए थे। सलमान ने श्रद्धा की एक्टिंग स्किल्स देखी, तो काफी प्रभावित हुए और झट से उन्होंने श्रद्धा को फिल्म में कास्ट करने का ऑफर दे डाला।
सलमान खान के ऑफर के बाद श्रद्धा ने सीधे मना कर दिया। मामला यह था कि तब श्रद्धा को एक्ट्रेस नहीं बनना था, वो एक मनोवैज्ञानिक बनना चाहती थीं। मनोविज्ञान के क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए श्रद्धा ने बोस्टन यूनिवर्सिटी में अपना एडमिशन भी करवाया, लेकिन एक साल बाद ही उनका पढ़ाई से मन ऊब गया और उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी।
इसी बीच फिल्म निर्माता अंबिका हिंदूजा ने श्रद्धा को फेसबुक पर देखा। उन्हें श्रद्धा अपनी फिल्म 'तीन पत्ती' के लिए सही चेहरा लगी और उन्होंने श्रद्धा को तुरंत इंडिया बुला लिया। फिल्म 'तीन पत्ती' में श्रद्धा का रोल काफी छोटा था, लेकिन क्योंकि इस फिल्म में अमिताभ बच्चन थे, जो श्रद्धा को फेवरेट एक्टर हैं। लिहाजा, श्रद्धा ने बिना देर किए झट से फिल्म कर भी ली। इस तरह मनोवैज्ञानिक बनने जा रही श्रद्धा एक्ट्रेस बन गईं।
श्रद्धा कपूर को समझते थे लड़का
इतनी खूबसूरत लड़की को कोई लड़का समझने की भूल कैसे कर सकता है, लेकिन यह सच है। शक्ति कपूर और शिवांगी कोल्हापुरे की बेटी श्रद्धा का जन्म मुंबई में हुआ। जहां पिता का परिवार पंजाबी, तो मां का परिवार मराठी। ऐसे में पंजाबी के साथ मराठी का मेल भी है। हालांकि, परवरिश मराठी मुलगी की तरह ही हुई।
बचपन से वो काफी टॉमबॉय थी। दरअसल, श्रद्धा का हाव-भाव और बोलचाल लड़कों की तरह का था। यही नहीं बल्कि वो लड़कों से लड़ती भी खूब थी। कई बार तो बाहरी लोगों के साथ रिश्तेदारों को भी उलझन होती थी कि यह लड़का है या लड़की।
श्रद्धा-वरूण और 'टॉर्च' कैमरा
कम लोगों को पता होगा कि श्रद्धा की मां शिवांगी भी कुछेक फिल्मों में नज़र आई हैं। एक फिल्म में शक्ति कपूर से उनकी मुलाकात हुई और फिर दोनों ने भाग कर शादी कर ली। ख़ैर, शक्ति कपूर और शिवांगी दोनों ही एक्टर रहे हैं, तो लिहाजा एक्टिंग के जीन्स श्रद्धा में आना ही था। बचपन में श्रद्धा एक्ट्रेस बनने की ट्रेनिंग खूब किया करती थीं। साथ ही खूब नाचा भी करती थीं।
अपने माता-पिता के पकड़े पहन कर आईने के सामने खड़े होकर उनकी नकल उतारा करती थी। यही नहीं वो अपने पिता के साथ फिल्म के सेट पर जाया करती थीं। ऐसे ही एक फिल्म के सेट पर उनकी मुलाकात फिल्म निर्देशक डेविड धवन के बेटे वरुण धवन से हो गई। तकरीबन दोनों हमउम्र थे, तो दोस्ती भी हो गई।
अब श्रद्धा और वरुण एक साथ खेला करते थे। उनके खेल भी निराले थे। दरअसल, खेल-खेल में भी वो फिल्म की शूटिंग ही करते थे। दोनों एक टॉर्च को कैमरा बना कर उसके सामने एक्टिंग किया करते थे। गोविंदा के डायलॉग्स बोला करते थे और गोविंदा को गाने पर डांस भी किया करते थे।