बहन ने कस ली है कमर, आ कर रहेगी मधुबाला की बायोपिक
हिन्दी सिने जगत की सबसे खूबसूरत अदाकाराओं में से एक मधुबाला की बायोपिक की ख़बरें अरसे से फिल्मी गलियारों में गूंज रही हैं, लेकिन उनके परिवार की आपत्ति के चलते यह बायोपिक मुकम्मल नहीं हो पा रही है। लेकिन अब मधुबाला की बायोपिक को पर्दे पर उतारने के लिए उनकी बहन ने अनोखा रास्ता खोज निकाला है।
बॉलीवुड के कुछ ऐसे नाम हैं, जिनकी कहानी सिने पर्दे पर देखने के लिए लोग आज भी लालायित हैं। सिल्वर स्क्रीन पर चमकते-दमकने वाले इन सितारों की निजी ज़िंदगी में कितना भूचाल था। यह जानने में लोगों को काफी दिलचस्पी भी है।
जिन सितारों की ज़िंदगी को पर्दे पर देखने के लिए दर्शक उत्सुक हैं, उनमें मधुबाला का नाम पहले आता है। इस खूबसूरत अदाकारा की ज़िंदगी में इतने उतार-चढ़ाव रहे हैं।
मधुबाला की बायोपिक बनाने के कई दफा कोशिश की गई, लेकिन हर बार उनके परिवार की तरफ से आपत्ति आ जाने के कारण बायोपिक बन नहीं पाई।
बता दें कि कुछ साल पहले इम्तियाज़ अली भी मधुबाला की बायोपिक बनाने जा रहे थे, लेकिन मधुबाला के परिजनों ने इसे विरासत मानते हुए विवाद खड़ा कर दिया। मामला कानूनी पचड़े में फंसता देख, इम्तियाज़ इस बायोपिक से पीछे हट गए।
अब जहां मधुबाला के परिवार के कुछ सदस्तय नहीं चाहते कि मधुबाला की बायोपिक बनेष वहीं मधुबाला की बहन मधुर भूषण इस बायोपिक को बनाने के लिए तरह-तरह की युक्तियां लगा रही हैं। मधुर इस बात से खासी दुखी हैं कि आखिर उनकी अन्य बहनें मधुबाला की बायोपिक को बनाने के लिए क्यों नहीं तैयार हो रही हैं।
मधुर कहती हैं कि हमने उनका नमक खाया है। मधुबाला ने अपनी बहनों को पाला है।
मधुर अपने आध्यात्मिक गुरु अरविंद कुमार मालवीय की मदद से इस बायोपिक को बनाने की कोशिश कर रही हैं। वहीं मधुर ने इस बारे में कानूनी सलाह भी ली है। कानूनी सलाह लेने के बाद मधुबाला बायोग्राफी लिखने का मन बनाया है।
कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार किसी किताब पर फिल्म बनाने से कोई दूसरा इसलिए नहीं रोक सकता, क्योंकि फिल्म किसी शख्स पर नहीं, बल्कि किताब पर बेस्ड होगी।
मधुर ने मधुबाला की बायोग्राफी का नाम 'नाइन ईयर्स ऑफ मधुबाला' रखने का फैसला किया है।
वैसे इम्तियाज़ अली ने जब मधुबाला की बायोपिक पर विचार किया था, तब मधुर ही सबसे ज्यादा खुश थीं। मधुर ने परिवार से इस फिल्म के लिए सहमति पाने की काफी कोशिश की थी। उनकी बहन कनीज़ बलसारा के सहमत ना होने पर वो काफी दुखी भी हुई थीं।
मधुर ने सभी भाई-बहनों से मधुबाला की बायोपिक के लिए एनओसी दिलवाने की काफी कोशिश की, लेकिन कनीज़ बलसारा अड़ गईं। वो सिर्फ अड़ी ही नहीं, बल्कि फिल्म के निर्माताओं यानी इम्तियाज़ अली और रिलायंस एंटरटेनमेंट को नोटिस भी भेज दिया।
➤मधुबाला के कई अधूरे सपनों की तरह निर्देशन का सपना भी रहा अधूरा