डेब्यू से पहले सनी देओल बने थे पापा धर्मेंद्र के 'बॉडी डबल'
सनी देओल ने फिल्म 'बेताब' से अपने करियर की शुरुआत की थी, लेकिन अपनी डेब्यू फिल्म से पहले वो अपने पापा धर्मेंद्र की फिल्म 'मैं इंतकाम लूंगा' में उनकी 'बॉडी डबल' के रूप में नज़र आ चुके हैं। इस दिलचस्प जानकारी को खुद धर्मेंद्र ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की।
फिल्म इंडस्ट्री में 'देओल' परिवार अपनी बॉन्डिंग के लिए जाना जाता है। साथ ही यह परिवार फिल्मों में 'एक्शन' हीरोज़ के रूप में भी पहचाना जाता है। अभय देओल को छोड़ कर इस परिवार के बाकी सभी पुरुष अभिनेताओं में पर्दे पर जमकर एक्शन सीन्स किए हैं।
सनी देओल का 'ढाई किलो का हाथ' तो कुछ ज्यादा ही मशहूर है। वहीं बॉबी ने हाल ही में अपने फिज़िक पर खूब काम किया और एब्स वाली बॉडी में एक बार फिर से वो दिखाई देने लगे हैं। वहीं धर्मेंद्र उम्र के इस पड़ाव में भी काफी एक्टिव हैं। अपने खेतों पर सब्जियां और फल उगाने के साथ काफी सारा ट्रेवल भी करते हैं।
इसके अलाव गाहे-बगाहे फिल्मों में भी नज़र आने लगे हैं। वहीं सोशल मीडिया से कुछ सालों पहले ही वो जुड़े हैं, और उस पर खुद से जुड़े या अपने परिवार, फिल्मी साथियों से जुड़ी या फिर खेत-खलिहान से जुड़ी बाते शेयर करते रहते हैं।
इस कड़ी में हाल ही में धर्मेंद्र ने अपने बेटे सनी देओल को लेकर ट्विटर पर एक ट्रिविया बताई। धर्मेंद्र की उस पोस्ट में एक तस्वीर है, जिसमें एक शख़्स एक हाथ से पुशअप्स कर रहा है।
इस तस्वीर को शेयर करते हुए धर्मेंद्र ने लिखा है, 'फिल्म 'मैं इंतकाम लूंगा'...इस शॉट के लिए सनी को बुलाया गया था। एक हाथ पर पुशअप...मेरे बस में ना था।'
“Main intqaam loon ga” Sunny was called for this shot . Ek haath par PUSH-UP, mere bas main naa tha. pic.twitter.com/XCSK89swRK— Dharmendra Deol (@aapkadharam) March 17, 2020
बता दें कि धर्मेंद्र की फिल्म 'मैं इंतकाम लूंगा' साल 1982 में रिलीज़ हुई थी, जबकि सनी ने साल 1983 में आई फिल्म 'बेताब' से अपने सिने करियर की शुरुआत की थी। इस हिसाब से देखा जाए, तो अपने डेब्यू से पहले सनी अपने पापा धर्मेंद्र के 'बॉडी डबल' बने थे।
'बॉडी डबल' कौन होते हैं?
फिल्मों में 'बॉडी डबल' का इस्तेमाल खतरनाक स्टंट सीन्स के लिए किया जाता है। 'बॉडी डबल' का चुनाव कलाकार की फिज़िक के अनुसार किया जाता है। जैसे-सलमान खान का बॉडी डबल उनकी तरह की बॉडी टाइप का हो। दूर से कैमरे में चेहरा अच्छी तरह नहीं दिखता, लेकिन ऑडियंस को भ्रम रहता है कि यह स्टंट हीरो या हिरोईन ही कर रही है। कई मामलों में पुतले भी प्रयोग में लाए जाते हैं।
'बॉडी डबल' के इस्तेमाल की सबसे बड़ी वजह है फिल्म के मुख्य कलाकार को नुकसान से बचाना। मसलन, चोटिल होने या फिर चेहरे पर मार्क्स आ जाने से उनके करियर को नुकसान पहुंच सकता है। साथ ही चोटिल हुए, तो फिर फिल्म की शूटिंग में बाधा आ सकती है।
कई मामलों में मुश्क़िल सीन्स के लिए भी बॉडी डबल का प्रयोग किया जाता है, जैसे सनी को धर्मेंद्र के बॉडी डबल के रूप में इस्तेमाल किया गया। यह वाकई दिलचस्प किस्सा है।