CoronaVirus : ग़लत ट्विट कर फिर से ट्रोल हुए अमिताभ बच्चन
अमिताभ बच्चन ने एक बार फिर 'कोरोना वायरस' को लेकर ग़लत ट्विट किया और ट्रोलर्स के निशाने पर आ गए। यह कोई पहली दफा नहीं है, जब 'कोरोना वायरस' को लेकर किए ट्विट की वजह से वो ट्विटर घिर गए हैं। आखिर क्यों वह एक ही ग़लती को बार-बार दोहरा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर ज़रा-सी लापरवाही भी घातक सिद्धा हो जाती है। कई बार फेक न्यूज़ या ग़लत जानकारी यदि आपने अपनी पोस्ट में दी, तो फिर ट्रोलर्स के निशाने पर आपका आना तय है। यदि ऐसी ग़लती किसी सेलीब्रिटी से हो जाए, तो फिर सोचिए क्या आफत आती है, लेकिन अमिताभ बच्चन इस बात को समझ ही नहीं पा रहे हैं।
दरअसल, सोशल मीडिया पर लगातार एक्टिव रहने वाले अमिताभ बच्चन एक ही गलती को बार-बार दोहरा रहे हैं। 'कोरोना वायरस' को लेकर जागरूकता फैलाने के चक्कर में वो की बार फेक न्यूज़ और फैक्ट्स को पोस्ट कर दे रहे हैं।
अब आप भले ही महानायक हो और आपको लोग अभिनेता के रूप में काफी पसंद करते हैं, लेकिन आपने कुछ ग़लत पोस्ट किया, तो फिर ट्रोलर्स के निशाने पर आना तो तय है। आश्चर्य की बात तो यह है कि कुछ लोग बार ग़लती कर के सुधर जाते हैं, लेकिन ये थो ठहरे अमिताभ बच्चन ग़लतियां करने का भी रिकॉर्ड करने का मन बना बैठे हैं।
तभी तो बार-बार कुछ न कुछ ऐसा ट्विट कर देते हैं कि ट्रोलर्स को व्यस्त होने का एक मौका मिल जाता है। इस बार फिर से उन्होंने एक ऐसा ट्विट कर दिया है कि ट्विटरातियों की भौंहें टेड़ी हो गई हैं।
अपने इस ट्विट में उन्होंने 'कोरोना वायरस' के ट्रीटमेंट के लिए आयुष मिनिस्ट्री (होम्योपैथी) को आगे आने की सलाह दी है।
फिर क्या इस ट्वीट के लिए उन्हें यूजर्स ने ट्रोल करना शुरू कर दिया। जैसे कि हम पहले ही बता चुके हैं कि यह पहली दफा नहीं है, जब 'कोरोना वायरस' को लेकर किए पोस्ट के चक्कर में ट्रोल हो गए। इससे पहले वह दो ऐसी ग़लती कर चुके हैं, जिसे बाद उन ट्विट्स को उन्होंने डिलीट भी किया।
अमिताभ का आयुष मिनिस्ट्री के लिए ट्विट
अमिताभ बच्चन अपने ट्विट में कहते हैं, 'होम्योपैथी का फायदा पाने वाले के तौर पर मैं आयुष मिनिस्ट्री का कोरोना से निबटने का प्रयास देखने के लिए उत्साहित हूं। मैं प्रार्थना करता हूं कि भारत ऐसी महामारी को ठीक करने और बचाव में विश्वगुरु साबित हो।'
T 3491 - As a beneficiary of homoeopathy I'm encouraged to see the efforts of the AYUSH Ministry to counter Corona.— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) April 3, 2020
I pray that india leads the World in finding preventive & curative solutions for such epidemics.🙏🙏 pic.twitter.com/DRH42UGjFY
होम्योपैथी से 'कोरोना वायरस' से फैली महामारी के इलाज का सुझाव लोगों को पसंद नहीं आया और अमिताभ बच्चन की ट्रोलिंग शुरू हो गई।
ताली से मरेगा 'कोरोना वायरस'
'कोरोना वायरस' के ख़ात्मे के लिए अमिताभ बच्चन ने 'ताली' को भी हथियार बताया था। दरअसल, यह एक वॉट्सएप फॉर्वड मैसेज था, जिसे ट्वीट किया था। इस मैसेज में लिखा था, ' 22 मार्च को एक साथ तालियों को वाइब्रेशन कोरोना वायरस मर जाएगा।' इसके बाद अमिताभ ट्रोल हुए और प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो ने भी इस थ्योरी को ग़लत बताया था, जिसके बाद अमिताभ बच्चन ने वह ट्वीट डिलीट किया।
'कोरोना वायरस' का मक्खी कनेक्शन
अमिताभ ने 25 मार्च को एक ट्विट कर कहा था कि 'कोरोना वायरस' मक्खियों से फैल सकता है। इसके बाद मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ के जॉइंट सेक्रेट्री लव अग्रवाल ने इस तथ्य को भी ग़लत बताया था और कहा था कि यह इन्फेक्शन से फैलने वाली बीमारी है न कि मक्खियों से। इस बार फिर अमिताभ बच्चन को अपनी ट्विट डिलीट करना पड़ा था।
इस बार अमिताभ बच्चन ने तथ्य देने के बजाय सुझाव देने का रास्ता अपनाया है, जिसके बाद ट्रोलर्स एक्टिव हो गए हैं। देखते हैं, इसका क्या परिणाम आता है। वैसे इन दिनों अमिताभ बच्चन कुछ ज्यादा ही ट्रोलर्स के निशाने पर आ रहे हैं।
इससे पहले 'कोरोना वायरस' से पीड़ितों की मदद करने वालों में अमिताभ बच्चन का नाम ना आने पर सोशल मीडिया यूजर्स ने भी उन पर निशाना साधा था, जिसके जवाब अमिताभ ने ट्विट में कविता के जरिये दिया था। उन्होंने लिखा था, ' कुछ लोग कहकर देते हैं और दूसरे देते हैं पर कहते नहीं, उन्हें दूसरे वालों में ही रहने दिया जाए।'