CoronaVirus lockdown: उंगली दिखाते हुए अमिताभ बच्चन ने जताई नाराजगी
देश भर में चल रहे लॉकडाउन का कुछ लोग पालन नहीं कर रहे हैं, जिससे अमिताभ बच्चन खासे नारज़ हैं। अपनी नाराज़गी उन्होंने ट्विटर पर जाहिर की है। दरअसल, कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए ही पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है।
कोरोना वायरस को बढ़ने से रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन है, जिसका पालन न करने वालों पर अमिताभ बच्चन काफी नाराज़ हैं। नाराज़गी जताते हुए उन्होंने ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की।
फिलहाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की थी, जो 15 अप्रैल तक रहने वाला है। प्रधानमंत्री की इस घोषणा को भी कई लोगों ने गंभीरता से नहीं लिया है। कुछ लोग अभी भी सोशल गेदरिंग कर रहे हैं, जबकि सोशल डिस्टेंसिंग करने की सलाह डॉक्टर्स ने दी है।
लोगों की इस लापरवाही की वजह से दिनोंदिन कोरोना वायरस से पीड़ितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इसी बात से अमिताभ बच्चन काफी नाराज़ हो गए हैं। अपनी नाराज़गी को उन्होंने ट्विटर पर जाहिर की है।
ट्विटर पर उंगली दिखाती हुई तस्वीर को शेयर करते उन्होंने लिखा है, 'आप, हां आप। आप ही से बात कर रहा हूं मैं । मेरी बात सुनो ! इस कोरोना बीमारी को समझो। घर में रहो । बाहर मत निकलो । हाथ जोड़ रहा हूं मैं । ये वायरस अपना घर ढूंढ रहा है, और वो घर उसे इंसानों के अंदर मिलता है । अपने घर का दरवाज़ा बंद कर दो। घुसने ना पाए।'
T 3492 -YOU , yes YOU ! आप ही से बात कर रहा हूँ मैं ! LISTEN TO ME ! इस CORONA बीमारी को समझो ! घर में रहो ! बाहर मत निकलो !🙏 हाथ जोड़ रहा हूँ मैं ! ये virus अपना घर ढूँड रहा है , और वो घर उसे इंसानों के अंदर मिलता है ! अपने घर का दरवाज़ा बंद कर दो । घुसने ना पाए । pic.twitter.com/VpdAxlS10A— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) April 5, 2020
कोरोना वायरस के इस हड़कंप के बाद से ही अमिताभ बच्चन लगातार ट्विट के जरिये लोगों को जागरूक करने की कोशिश में लगे हुए हैं। लॉकडाउन के निर्देशों का पालन करने की कई बार गुहार लगा चुके हैं। यदि आप उनका ट्विटर अकाउंट एक बार देखेंगे, तो आपको अंदाज़ा हो जाएगा।
बता दें कि कोरोना वायरस के फैलने की रफ्तार लगातार तेज होती जा रही है। शनिवार को अभी तक सबसे ज्यादा मरीजो की संख्या सामने आई। वहीं रविवार को तकरीबन 100 नये मामले सामने आए हैं। अब तक कोरोना वायरस से पीड़ियों की संख्या 3 हजार 765 हो गई है। वहीं इसकी वजह से देश में मरने वालों का आंकड़ा 112 तक पहुंच गया है।