'महाभारत' की 'द्रौपदी' भी मॉबलिंचिंग से बाल-बाल बची थीं, खुद किया खुलासा

'महाभारत' में 'द्रौपदी' की भूमिका निभा कर मशहूर हुई अदाकारा और अब पॉलिटिशियन रूपा गांगुली ने सोशल मीडिया के जरिये बताया कि वो भी मॉबलिंचिंग की शिकार हो चुकी हैं और बड़ी मुश्किल से उन्होंने अपनी जान बचाई। 

roopa ganguly moblynching incident
महाराष्ट्र के पालघर में हुए मॉबलिंचिंग ने दो साधु और एक ड्राइवर की जान चली गई है। इस घटना की चौतरफा निंदा हो रही है।

इसी बीच बीआर चोपड़ा की 'महाभारत' में 'द्रौपदी' की भूमिका निभा चुकी अभिनेत्री रूपा गांगुली ने खुद के साथ हुई ऐसी ही एक दर्दनांक घटना का खुलासा अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर किया है। 

अभिनेत्री के साथ रूपा पॉलिटिशियन भी हैं। उन्होंने बताया कि चार साल पहले उन्हें भी ऐसी मॉबलिंचिंग का शिकार होना पड़ा था। बड़ी मुश्किलों से खुद की जान बचा पाने में सफल हो पाई थीं।

रूपा ने बताया कि चार साल पहले करीब 17 से 18 लोगों ने उन्हें गाड़ी से उतारकर मारा था। इतना ही नहीं हिंसक लोगों ने उनकी गाड़ी भी तोड़ दी थी। इस बात का खुलासा रूपा गांगुली ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट के जरिए किया है। 

पालघर की घटना के बारे में सुनने के बाद चार साल पहले रूपा के साथ घटी उस दुर्घटना की यादें ताजा हो गईं। उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'मुझे कुछ दिनों से याद आ रहा है कि 22 मई, 2016 को डायमंड हार्बर में घटना हुई थी, जिसमें 17-18 लोग पुलिस को साथ लेकर, मुझे गाड़ी से उतारकर रास्ते पर पटक-पटकर मार रहे थे। गाड़ी भी तोड़-फोड़ दी थी। सिर पर लगी मार से ब्रैन हैमरेज झेलने पड़े। बस मैं मरी नहीं थी, रैली ड्राइवर हूं, निकलकर आ गई।'


इस ट्वीट के साथ रूपा गांगुली ने 'महाभारत' से जुड़ा एक खास वीडियो भी साझा किया है। इस वीडियो में द्रौपदी के चीर-हरण सीन को दिखाया गया है। इस वीडियो के ट्वीट में रूपा गांगुली ने लिखा, 'हे कृष्ण, हे कृष्ण, हे कृष्ण'। 

सोशल मीडिया पर रूपा गांगुली के इस ट्वीट पर तमाम सोशल मीडिया यूजर्स और उनके फैंस कमेंट के जरिए अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि बीते रविवार को महाराष्ट्र के पालघर जिले में दो संतों और उनके ड्राइवर की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। दोनों साधु जूना अखाड़े के थे । 

साधु महंत सुशील गिरी महाराज (35), महंत चिकने महाराज कल्पवृक्ष गिरी (65) अपने ड्राइवर निलेश तेलगडे (30) के साथ मुंबई से गुजरात के सूरत में अपने साथी के अंतिम संस्कार के लिए जा रहे थे। 

इस मामले में 101 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। फिलहाल और भी कई परतें इस घटना की खुलकर सामने आ रही हैं। इस हृदयविदारक घटना की सभी तरफ निंदा हो रही है।