विवेक अग्निहोत्री ने माता-पिता के लिए पढ़ी हृदयस्पर्शी कविता
कोरोना वायरस के इस संकट की घड़ी में विवेक अग्निहोत्री ने अपने घर के बुजुर्गों का खास खयाल रखने की अपील की है और साथ ही अपने माता-पिता के लिए दिल को छू लेने वाली कविता भी पढ़ी।
विश्व इन दिनों कोरोना वायरस जैसी घातक समस्या से जूझ रहा है। ऐसे में घर के बुजुर्गों का खास खयाल रखने की सब अपील कर रहे हैं। न सिर्फ प्रशासन बल्कि मनोरंजन जगत से जुड़ी हस्तियां भी सबको सुरक्षित रहने के लिए कह रही हैं।
इस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया गया, जिसका पालन करने के लिए बॉलीवुड सेलेब कह रहे हैं। एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के नामचीन चेहरे लोगों से सोशल मीडिया के जरिये जुड़े हैं और वो लोगों को जागरूक कर रहे हैं, ताकि कोविड-19 जैसी संक्रामक बीमारी पर जीत हासिल हो सके।
वहीं कोरोना वायरस की इस संकट की घड़ी में अपने घर के बुजुर्गों का ध्यान देने की सबसे ज्यादा ज़रूरत है। फिल्म निर्माता विवेक रंजन अग्निहोत्री ने सोशल मीडिया पर अपने तरीके से कोरोना वायरस पर जागरूकता फैलाने की कोशिश की है।
दरअसल, एक सोशल मीडिया यूज़र ने हाल ही में माता-पिता पर एक कविता लिखी, जो विवेक के दिल को छू गई। इस कविता को उन्होंने वीडियो में कंवर्ट किया और अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया।
इस वीडियो में कविता की शुरुआत करने से पहले उन्होंने कहा, 'दोस्तो, इस लॉकडाउन में आप अपने पैरेंट्स को याद कर रहे होंगे और जो साथ हैं उनका खयाल रख रहे होंगे। कोरोनावायरस के दरमियान हमें अपने बूढ़े माता-पिता का ध्यान देना भी उतना जरूरी है चूंकि अपने पैरेंट्स का खयाल रखने की आप पर जिम्मेदारी है, क्योंकि उनके आशीर्वाद के बिना कुछ नहीं होता, कविता सुनते वक्त साथ में टिशू पेपर रखिये। इसकी आपको ज़रूरत होगी, तो छोटी-सी कविता आपके सामने माता-पिता के लिए।'
बता दें कि विवेक फिलहाल 'स्कूल ऑफ क्रिएटिविटी' द फ्यूचर ऑफ लाइफ फेस्टिवल में व्यस्त हैं, जिसमे विवेक रंजन अग्निहोत्री रचनात्मकता और जीवन पर चर्चा करने के लिए नामचीन हस्तियों को आमंत्रित करेंगे। यह रचनात्मकता और जीवन का जश्न मनाने के लिए एक ऑनलाइन फेस्टिवल होगा।
'द फ्यूचर ऑफ लाइफ ’के बाद, विवेक अग्निहोत्री अपने नये प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू करेंगे, जिसका टाइटल 'द कश्मीर फाइल्स' है।
टिप्पणियाँ