इरफान खान ने कोरोना से जंग के लिए किया था दान, करीबी दोस्त का खुलासा
इरफान खान के एक करीबी दोस्त ने हालिया दिए इंटरव्यू में बताया कि इरफान ने अपने निधन से पूर्व ही कोरोना के खिलाफ जंग में आर्थिक मदद की थी, लेकिन अपनी इस मदद के बारे में किसी न बताने के बारे में भी कहा था, क्योंकि उनका मानना था कि दान की बात गुप्त ही रखी जानी चाहिए।
इरफान खान के निधन को एक महीने हो गए। बीते 29 अप्रैल को उनका निधन हो गया था। इरफान के निधन की ख़बर ने बॉलीवुड से लेकर सिनेप्रेमियों को गहरा दुख हुआ है।
अब एक महीना गुज़र जाने के बाद इरफान के चाहने वाले और उनके करीबी उनसे जुड़ी यादों को साझा कर रहे हैं। इरफान की पत्नी सुतापा ने फेसबुक पर उनके लिए एक भावुक नोट लिखा और तस्वीरें शेयर कीं।
इन फोटोज के साथ सुतापा ने लिखा, 'यहां से बहुत दूर हर सही और गलत के आगे एक खाली मैदान है। मैं वहां मिलूंगी तुम्हें। जब हमारी आत्मा घास पर चैन से लेटेगी और दुनिया बातें करके थक चुकी होगी। ये बस कुछ ही समय की बात है। मिलेंगे बातें करेंगे। तुमसे दोबारा मिलने तक।'
वहीं इरफान के जयपुर के रहने वाले एक दोस्त ने भी उनसे जुड़ी कई यादें साझा कीं और इरफान खान की वो बातें बताई हैं, जो अभी तक शायद ही किसी को पता होगा।
इरफान के दोस्त जियाउल्लाह ने जयपुर से जुड़ी यादें शेयर करते हुए की और उन्होंने बताया कि जब इरफान जयपुर आते थे, तो कैसे रहते थे और कितने खुश रहते थे।
इसके अलावा जियाउल्लाह ने यह भी खुलासा किया कि इरफान खान ने कोरोना वायरस संकट के दौरान भी गरीबों की मदद के लिए सहायता दी थी। दोस्त का कहना है कि लेकिन वो नहीं चाहते थे कि यह किसी को पता चले। इसलिए उन्होंने कभी भी इसका ऐलान नहीं किया।
एक एंटरटेनमेंट पोर्टल से बात करते हुए जियाउल्लाह ने बताया, 'कोरोना वायरस के दौरान हम लोगों की मदद के लिए फंड इकट्ठा कर रहे थे। जब हमनें इरफान के भाई को बताया तो वो मदद के लिए तैयार हो गए और इरफान खान ने भी गरीबों मदद के लिए आर्थिक सहायता की। उनका कहना था कि किसी को भी पता नहीं चलना चाहिए कि उन्होंने मदद की है। उनके परिवार का मानना है कि दाएं हाथ को भी यह पता नहीं चलना चाहिए कि बाएं हाथ ने कुछ दिया है। उनके अनुसार मदद करना ज्यादा आवश्यक है।'
ग़ौरतलब है कि इरफान खान का निधन 29 अप्रैल 2020 को हुआ था। वे न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से जूझ रहे थे।
वहीं यदि कोरोनावायरस की बात करें, तो इसका प्रकोप थमने का नाम नहीं ही नहीं ले रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार शनिवार सुबह तक देश में अब तक कुल 1,73,763 मरीज सामने आए हैं, जबकि 4971 लोगों की मौत हो चुकी है। 24 घंटे में सबसे ज्यादा नए केस और सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। पिछले 24 घंटे में 7964 नए मामले सामने आए हैं। वहीं 265 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा मरीज 11,264 रिकवर हुए हैं अब तक 82370 मरीज इस बीमारी को मात देने में सफल भी हुए हैं। वहीं रिकवरी रेट की बात करें तो वह बढ़कर 47.40 फीसदी हो गई है।
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