'रामायण' के सीनियर एक्टर के खर्राटों ने उड़ा दी थी सुनील लहरी की नींद
रामानंद सागर की 'रामायण' के 'लक्ष्मण' सुनील लहरी ने बताया कि 'सीता-राम विवाह' सीन से पहली वाली रात एक सीनियर एक्टर के खर्राटों के कारण पूरी रात सो नहीं पाए थे। दरअसल, धारावाहिक में 'विवाह' सीक्वेंस को शूट करना था। ऐसे में सेट पर आर्टिस्ट की भरमार थी और ठहरने के जगह कम पड़ी, तो सुनील लहरी एक सीनियर एक्टर के साथ शिफ्ट हो गए। फिर वो एक्टर रात भर अजीब तरीके से खर्राटे लेता रहा और सुनील पूरी रात सो नहीं पाए।
इन दिनों रामानंद सागर के धारावाहिक 'रामायण' के रीटेलीकास्ट से जहां दर्शक खुश हैं, तो वहीं इस धारावाहिक से जुड़े कलाकार भी खासे खुश हैं। दूरदर्शन के बाद स्टार प्लस पर भी इसे काफी पसंद किया जा रहा है।
वहीं 'रामायण' में 'लक्ष्मण' बने सुनील लहरी ने अपने सोशल मीडिया पर बिहाइंड द सीन के दिलचस्प क़िस्सों की एक सीरीज़ शुरू कर दी है। इस सीरीज़ में वो कैमरे के पीछे की छोटी-छोटी घटनाओं के बारे में जानकारी देते हैं। दर्शक धारावाहिक देखने के साथ सुनील के सोशल मीडिया पर आकर उन किस्सों का भी सुनता है।
इसी कड़ी में सुनील ने बताया 'सीता-राम विवाह' सीक्वेंस के दौरान की एक दिलचस्प घटना सुनाया। सुनली ने कहा, 'चारों भाइयों (राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न) के विवाह की सीक्वेंस थी और सेट पर आर्टिस्ट्स की इतनी ज्यादा भीड़ थी कि ठहरने के लिए कमरे कम पड़ गए थे।'
वो आगे कहते हैं, ' मैं अकेला था, तो मुझ से रूम शेयर करने की रिक्वेस्ट की गई। इस रिक्वेंट को मैंने मान लिया। इसके बाद वो सीरियल के एक सीनियर एक्टर के साथ रूम शेयर किया। रात में वो सीनियर एक्टर न सिर्फ खर्राटे लेते रहे, बल्कि वो बड़बड़ाते यानी नींद में बातें भी करते रहे।'
सुनील बताते हैं कि इस वजह से वो पूरी रात सो नहीं पाए और अगले दिन विवाह का सीन शूट होना था और उन्हें एकदम फ्रेश दिखना था, लेकिन नींद पूरी न होने के कारण उनकी हालत खराब थी और उन्हें शूट करने में परेशानी आ रही थी। हालांकि, उन्होंने किसी तरह अपने हिस्से की शूटिंग पूरी की।
धोतियों के रंग निकले कच्चे, रंग गए कलाकार
सुनील लहरी ने 'नहाने वाले' सीन का एक किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया, 'जब हम लोग नहा रहे थे, तो उस वक्त जो धोतियां पहनी हुई थीं, उनके कच्चे रंग थे। कच्चे रंग होने की वजह से वह पूरे शरीर पर लग गया।'
सुनील लहरी ने आगे बताया कि उन्होंने जो अंडरगार्मेंट्स पहने हुए थे, उनमें भी धोती का रंग लग गया। वो कहते हैं, 'सीक्वेंस के दौरान हमने जो अंडरगार्मेंट्स पहने थे, उनमें भी कलर लग गया। अब आप सोच सकते हैं कि कहां-कहां कलर लगा होगा।'
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