संजय मिश्रा की 'कामयाब' देखकर 'द एल्केमिस्ट' के राइटर पाउलो कोएलो ने शाहरुख को कहा 'थैंक्स'

मशहूर लेखक पाउलो कोएलो ने संजय मिश्रा की फिल्म 'कामयाब' देखी और फिल्म को कॉमेडी के बजाय 'ट्रेजडी ऑफ आर्ट' कहने की बात कही। साथ ही उन्होंने इस फिल्म को प्रेजेंट करने वाले शाहरुख खान को भी इसके लिए शुक्रिया कहा। बता दें इस फिल्म का निर्देशन हार्दिक मेहता ने किया है। 

paulo coelho praised film 'kamyaab'
विश्व विख्यात लेखक, जिन्होंने 'द एल्केमिस्ट' समेत कई बेस्ट सेलर किताबों को लिखने वाले पाउलो कोएलो ने संजय मिश्रा की फिल्म 'कामयाब' को देखने के बाद इसकी काफी तारीफ की। उन्होंने फिल्म को 'कॉमेडी' कहने के बजाय इसे 'ट्रेजडी ऑफ आर्ट' कहने की बात भी कही। 

वहीं इस फिल्म को प्रजेंट करने के लिए शाहरुख खान की भी तारीफ की। हार्दिक मेहता के निर्देशन में बनी फिल्म ‘कामयाब’ 3 मई को नेटफ्लिक्स पर रिलीज की गई। मनीष मुंदड़ा के प्रोडक्शन में तैयार इस फिल्म को शाहरुख खान की रेड चिलीज़ ने बैक किया था। 

फिल्म 3 मई को नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ की गई और 6 मई को पाउलो ने इस फिल्म को देखकर अपनी टिप्पणी सोशल मीडिया पर साझा की। इस टिप्पणी में उन्होंने एक क़िस्से का भी जिक्र किया है। 

पाउलो अपने देश यानी ब्राज़ील की फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा एक दर्दनाक किस्सा बताते हुए लिखते हैं, 'शाहरुख, प्रोड्यूसर्स आपको फिल्म के पहले फ्रेम में थैंक यू कहते हैं। इसलिए मैं भी वही कर रहा हूं। दो दिन पहले महान ब्राज़ीलियन एक्टर फ्लैवियो मिग्लेशियो ने आत्महत्या कर ली। वो एक नोट छोड़कर गए, जिसमें उन्होंने बताया था कि (फिल्म) इंडस्ट्री अपने कलाकारों के साथ कैसा बर्ताव करती है। इस मूवी (कामयाब) को 'कॉमेडी' बताया जा रहा है, दरअसल ये 'ट्रेजडी ऑफ आर्ट' यानी कला की त्रासदी है।'


पाउलो के इस ट्वीट के जवाब में शाहरुख खान लिखते हैं, 'जब यह फिल्म फेस्टिवल्स में घूम रही थी, तब मैंने ये फिल्म देखी थी। इसने रेड चिलीज़ की पूरी टीम के दिल को छू लिया था। आपने इसकी तारीफ की, अच्छा लगा। यह एक दुखद सत्य है कि कैरेक्टर एक्टर्स को भुला दिया जाता है। अपना ध्यान रखिए दोस्त। सुरक्षित और स्वस्थ रहिए।'


यदि फिल्म 'कामयाब' की बात करें, तो इसमें एक सुधीर नाम के साइड एक्टर की कहानी दिखाई गई है, जो 499 फिल्मों में काम कर चुका है। फिल्मों से, एक्टिंग से लगाव की वजह से उसका परिवार बिखर सा गया। एक स्कैंडल के बाद वो एक्टिंग से दूर हो जाता है, लेकिन वो एक आखिरी फिल्म करना चाहता है, जो उसके करियर का बेस्ट किरदार हो और जिसकी वजह से लोग उसे याद रखें। साथ ही वो अपने करियर में पांच सौ फिल्में करने का रिकॉर्ड भी बना सके। सुधीर की सारी जद्दोजहद इसीलिए भी है कि लोग उसे न भूलें। 

फिल्म में सुधीर की भूमिका संजय मिश्रा ने निभाई है और इसका निर्देशन ‘अमदाबाद मा फेमस’ नाम की गुजराती फिल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड जीत चुके फिल्ममेकर हार्दिक मेहता ने किया है। 

इस फिल्म को प्रोड्यूस 'दृश्यम फिल्म्स' वाले मनीष मुंदड़ा ने किया है। पिछले काफी समय से बनकर तैयार होने के बावजूद फिल्म रिलीज़ नहीं हो पा रही थी। फिर शाहरुख ने ये फिल्म देखी और इसके साथ उनकी प्रोडक्शन कंपनी रेड चिलीज़ प्रेज़ेंटर के तौर पर जुड़ गई। आखिरकार 6 मार्च को फिल्म सिनेमाघरों में उतरी, जिसे क्रिटिक्स ने काफी सराहा।

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