इरफान खान के लिए बदलेंगे कस्बे का नाम, हीरो-ची-वाड़ी होगा नया नाम
इरफान खान को श्रद्धांजलि देने के लिए महाराष्ट्र के इगतपुरी के एक कस्बे के लोगों ने अपने इलाके का नाम बदल कर 'हीरो ची वाड़ी' रखने का फैसला किया है। इरफान ने इस इलाके के लोगों के सुख-सुविधा के लिए काफी व्यवस्था की है। इरफान का इस इलाके में फार्महाउस भी है।
अभिनेता इरफान खान भले ही अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनको हर आम और खास याद कर रहा है। उनसे जुड़ी बातें साझा कर रहा है।
वहीं महाराष्ट्र के इगतपुरी का एक गांव इरफान का ऐसा दीवाना है कि उसने अपने इस हीरो के लिए गांव का नाम बदलने का फैसला ले लिया है।
दरअसल, महाराष्ट्र के इगतपुरी कस्बे में एक त्रिंगलवाड़ी नाम का किला है, जिसके आसपास लगभग एक दर्जन गांव हैं। इन गांववालों के लिए इरफान किसी भगवान की तरह ही थे।
अब जबकि इरफान के इस दुनिया को अलविदा कह गए हैं, तो उनके जाने के बाद यहां के लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए एक इलाके का नाम बदलने का फैसला किया है।
बता दें कि इस इलाके में दूर-दूर तक कोई सिनेमाघर नहीं है, लेकिन फिर भी इरफान की फिल्म देखने के लिए लगभग तीस किलोमीटर बस का सफर कर नासिक जाते हैं। वहीं यदि टीवी पर इरफान की फिल्म आ जाए, तो सारा काम-धाम छोड़ देखने बैठ जाते हैं।
इरफान इन गांव वालों के लिए एक सच्चे हीरो रहे हैं, उन्होंने इस गांव का विकास किया है। शिक्षा व्यवस्था सुचारू रूप से चल सके, इसके लिए स्कूल को दान भी दिया है।
वहीं इगतपुरी के जिला परिषद के सदस्य और स्थानीय नेता गोरख बोकडे कहते हैं, 'हमें जब भी उनकी जरूरत पड़ी है। वह हमेशा हमारे साथ खड़े रहे हैं। उन्होंने हमें एंबुलेंस दी है और हमारे स्कूलों को भी बनवाया है। यहां तक कि छात्रों को उन्होंने किताबें भी दी हैं।'
बताया जाता है कि तकरीबन एक दशक पहले जब इरफान इगतपुरी के इस इलाके में आए, तो वहां पर एक जगह खरीदी थी, जहां पर उन्होंने फार्महाउस बनवाया। वहां की आदिवासी जातियों को उन्होंने कुछ सुख सुविधाएं भी दीं।
जब यहां के लोगों ने इरफान से आपातकाल के लिए एक एंबुलेंस की मांग की, तो एक महीने के भीतर ही उन्होंने एक एंबुलेंस की भी व्यवस्था कर दी।
गोरख बोकड़े कहते हैं, 'वह कई परिवारों के लिए एक फरिश्ते थे। जब भी उन्हें सहायता की जरूरत हुई, तो इरफान ने कभी ना नहीं कहा।'
गोरख ने बताया कि जबसे इरफान को कैंसर हुआ, उसके बाद से यहां के लोगों ने उन्हें नहीं देखा। जब उनके मरने की खबर आई, तो इस इलाके में मातम छा गया।
अब उनको श्रद्धांजलि देने के लिए यहां के लोगों ने फैसला लिया है कि वह उनके फार्महाउस वाले इलाके का नाम बदल देंगे। अब उस जगह का नाम 'हीरो-ची-वाड़ी' रखेंगे, जिसका हिंदी में मतलब है 'हीरो का घर'।
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