अभिनेता रतन चोपड़ा का निधन, कैंसर से थे पीड़ित
बॉलीवुड के वेटेरन एक्टर रतन चोपड़ा का निधन हो गया है। पंजाब के मलेर कोटला में अपने पुश्तैनी घर में उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। कैंसर से पीड़ित रतन ने हाल ही में बॉलीवुड एक्टर्स से मदद की गुहार की थी, लेकिन मदद मिल नहीं पाई। वो आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे।
हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री के एक और कलाकार ने दुनिया को अलविदा कह दिया। बीते जमाने के अभिनेता रतन चोपड़ा का शुक्रवार को निधन हो गया। वो कैंसर से पीड़ित थे और आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे। हाल ही में बॉलीवुड सितारों से मदद की अपील की थी, लेकिन उनको मदद नहीं मिल पाई।
रतन किराये के घर में रहते थे और गुरुद्वारे और मंदिरों में मिलने वाले भोजन पर अपना जीवन गुजार रहे थे।
बताया जा रहा है कि रतन चोपड़ा को इसी साल जनवरी के महीने में अपने कैंसर से पीड़ित होने के बारे में पता चला था। वे अविवाहित थे और स्कूल और कुछ अन्य इंस्टिट्यूट में अंग्रेजी पढ़ाते थे।
रतन ने अपनी पढ़ाई-लिखाई पटियाला के चंडीगढ़ एंड पंजाब यूनिवर्सिटी से की थी। उनका असली नाम अब्दुल जब्बार खान था और उन्होंने अनीता नाम की एक लड़की को अडॉप्ट किया था।
रतन ने साल 1972 में आई फिल्म 'मोम की गुड़िया' में मुख्य भूमिका निभाई थी। उनके अपोज़िट अभिनेत्री तनूजा थीं।
वहीं रतन ने एक इंटरव्यू में दावा किया था कि उनको 'मोम की गुड़िया' के बाद दस फिल्मों के ऑफर मिले थे, जिनमें 'लोफर', 'आया सावन झूम के' और 'जुगनू' मुख्य रहीं, लेकिन इन फिल्मों को अपनी दादी के कहने पर ठुकरा दिया था। बता दें इन सभी फिल्मों में धर्मेंद्र ने मुख्य भूमिका निभाई थी।
दरअसल, रतन की दादी उनके फिल्मी करियर के खिलाफ थीं। इसलिए उन पर बॉलीवुड को छोड़ने का प्रेशर बनाया गया था और बाद में उन्होंने इंडस्ट्री को अलविदा कह दिया था।
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