सांस लेने में तकलीफ के चलते कोरियोग्राफर सरोज खान अस्तपताल में भर्ती, कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव
मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान को सांस लेने में तकलीफ के चलते अस्पताल में भर्ती करवाया गाय। यहां उनका कोरोना टेस्ट भी किया गया, जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। बताया जा रहा है कि सरोज़ बीते तीन दिनों से अस्पताल में हैं। फिलहाल बेहतर महसूस कर रही हैं।
मंगलवार देर रात ख़बरें आई कि बॉलीवुड की मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान को सांस लेने की तकलीफ के चलते अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
वहीं सूत्रों का कहना है कि अस्पतला में सरोज का कोविड 19 टेस्ट भी करवाया गया, जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। 71 वर्षीय सरोज खान ने बॉलीवुड को एक से बढ़कर एक गाने दिए हैं।
साल 1983 में आई फिल्म 'हीरो' बतौर कोरियोग्राफर अपने करियर की शुरुआत करने वाली सरोज की आखिरी फिल्म 'कलंक' है।
वहीं सरोज खान के एक करीबी सूत्र ने बताया, 'कुछ दिनों पहले सांस लेने की समस्या की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था। हम चिंतित थे, लेकिन शुक्र है कि यह कोविड-19 नहीं है। वह अब बेहतर महसूस कर रही है और कल छुट्टी होने की संभावना है।'
हाल ही में उन्होंने कोरोना से बचने के लिए एक वीडियो भी शेयर किया था। मई में अपने इंस्टाग्राम पर शेयर इस वीडियो में उन्होंने देशवासियों से वॉरियर्स की रिस्पेक्ट करने अपील की थी। सरोज ने इस वीडियो में कहा था,'आप क्यों नहीं समझते हैं। बच्चों से जिंदगी मत छीनो। कुछ तो रिस्पेक्ट दिखाओ। भगवान के वास्ते, अल्लाह के वास्ते अपनी देखभाल करो। घर पर रहो।'
बता दें कि सरोज खान को हिंदी सिनेमा के कई सुपरहिट गानों को कोरियोग्राफ करने का श्रेय जाता है। खासतौर पर माधुरी दीक्षित और श्रीदेवी की फिल्मों के हिट गाने की कोरियोग्राफी के लिए भी जाना जाता है। सरोज खान ने 'तेजाब' के 'एक दो तीन...', फिल्म 'बेटा' का 'धक धक करने लगा...', फिल्म 'सैलाब' का 'हमको आजकल है इंतजार...', फिल्म 'मिस्टर इंडिया' का 'कांटे नहीं कटते ये दिन ये रात', फिल्म 'चालबाज' का गाना 'हवा हवाई', फिल्म चांदनी के गाने 'मेरे हाथों में नौ नौ चूडियां हैं' और 'ओ मेरी चांदनी', फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' के गाने 'मेहंदी लगाके रखना' वे 'जरा सा झूम लूं मैं...' फिल्म 'देवदास' का गाना 'मारा डाला...', फिल्म 'जब वी मेट' का गाना 'ये इश्क हाये...' आदि जैसे अनगिनत हिट गानों की कोरियोग्राफी की और इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान कायम की।
टिप्पणियाँ