'राज़ी' के राइटर हरिंदर सिंह सिक्का ने मेघना गुलज़ार पर 'क्रेडिट' न देने का लगाया आरोप
फिल्म 'राज़ी' के राइटर हरिंदर सिक्का ने फिल्ममेकर मेघन गुलज़ार पर उन्हें 'क्रेडिट' न देने का आरोप लगाया। साथ ही यह भी कहा कि उन्हें कई लिट्रेचर फेस्टिवल से बाहर करने के साथ किताब की लॉन्चिंग में भी अड़चने डालीं। हरिंदर सिक्का ने एक अंग्रेजी चैनल से बात करते हुए कहा कि मेरे साथ यह सब इसलिए हुआ, क्योंकि मैं एक 'आउटसाइडर' हूं।
बॉलीवुड में नेपोटिज्म के अलावा इनसाइडर और आउटसाइडर का मुद्दा गर्माया हुआ है। इस बारे में कई लोग अपने-अपने अनुभव साझा कर रहे हैं।
इसी कड़ी में लेखक और फिल्ममेकर हरिंदर सिंह सिक्का ने फिल्म 'राजी' की निर्देशक मेघना गुलजार पर कई प्लेटफॉर्म्स पर उन्हें क्रेडिट नहीं देने का आरोप लगाया।
हरिंदर सिंह सिक्का ने कहा कि मेघना ने ना सिर्फ जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल और फिल्मफेयर अवॉर्ड से उनका नाम हटवा दिया, बल्कि मेरी किताब की लॉन्चिंग में भी अड़चने डालीं।
उन्होंने कहा कि मेरे पास इस बात का सबूत है कि मेघना ने किस तरह जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल से मेरा नाम बाहर करवाया।
मेघना पर यह आरोप उन्होंने एक अंग्रेजी न्यूज चैनल से हुई बातचीत के दौरान लगाए।
नाम हटवाने का बनाया दबाव
हरिंदर ने कहा, 'मेरे पास उस ईमेल की कॉपी है, जिसे लिट्रेचल फेस्टिवल के प्रमुख ने मुझे भेजा था। उस मेल में उन्होंने लिखा था, 35 साल के मेरे करियर में मैंने कभी किसी को एक शख्स का नाम हटवाने के लिए इस तरह मुझ पर दबाव बनाते हुए नहीं देखा। इस केस में गुलज़ार ने यह काम किया।'
बुल लॉन्चिंग में डालीं दिक्कतें
उन्होंने आगे कहा, 'मेघना ने क्या किया मैं बताता हूं। मेरी किताब को छपने में दिक्कते खड़ीं कीं, ताकि सारा क्रेडिट उन्हें मिल सके, जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल, फिल्मफेयर अवॉर्ड, द बेस्ट ओरिजिनल स्टोरी अवॉर्ड जो मुझे मिलना था। वहां से मेरा नाम हटा दिया गया और ये अवॉर्ड 'अंधाधुंध' नाम की एक फिल्म को दे दिया गया, जो कि एक फ्रेंच बुक की कॉपी थी, क्योंकि वहां से मुझे हटा दिया गया था।'
आउटसाइडर होने का खामियाजा
इसके अलावा हरिंदर सिंह सिक्का ने फिल्म 'छपाक' का नाम लेकर कहा कि उस फिल्म में भी मेघना ने दिल्ली के एक छोटे से वकील को क्रेडिट नहीं दिया। उन्होंने कहा, 'रवीना टंडन के पिता रवि टंडन के साथ क्या हुआ था। इंडस्ट्री में माफियाओं का पूरा इतिहास रहा है। मैं किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं हूं। मेरे साथ ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि मैं बाहरी था।'
'मेरी फिल्म 'नानक शाह फकीर' जो ऑस्कर अवॉर्ड के लिए जाने वाली थी, लेकिन उसे नहीं जाने दिया गया, क्योंकि बॉलीवुड से कोई आया और कहने लगा कि नहीं ये एक आउटसाइडर है, हम अपनी फिल्म भेजेंगे।'
फिल्म की प्री-स्क्रीनिंग पर नहीं बुलाया
इससे पहले हरिंदर सिंह सिक्का अपने एक पुराने इंटरव्यू में फिल्म की स्क्रीनिंग पर न बुलाने का भी आरोप लगा चुके हैं। अपने इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, 'मैंने गुलजार से वादा किया था कि मैं निर्देशक के रूप में मेघना को ही लूंगा। साथ ही मैंने आलिया भट्ट को भी मुख्य अभिनेत्री के रूप में लेने की बात कही थी। मैंने स्क्रीनप्ले पर भी आपत्ति जताई थी। मुझे फिल्म की प्री-रिलीज स्क्रीनिंग के लिए आमंत्रित नहीं किया गया था।'
वामपंथी दृष्टिकोण ने मारा फिल्म
उन्होंने आगे कहा था, 'इस इवेंट के बारे में मुझे फिल्म की रिलीज के बाद पता चला था। जब आलिया ने मुझे मैसेज करके पूछा कि आपको फिल्म कैसी लगी? वो एक प्यारी लड़की है और उसके बिना ये फिल्म हिट नहीं हो सकती थी। सहमत (आलिया का किरदार) बाद में अवसाद में चली गई थी, लेकिन मेकर्स ने फिल्म को वहीं खत्म कर दिया, जिससे कहानी का ताना-बाना ही बदल गया। इस वामपंथी दृष्टिकोण ने कहानी को मार डाला।'
Now this is indeed SHOCKING if true as I always believed #MeghnaGulzar is one of the finest Director & A sorted human being! If @sikka_harinder’s claim to be believed there was an injustice to him during #Raazi as he was an outsider.He has pointed out on #BollywoodLobby as well🙄 pic.twitter.com/vUrm0Ek05o— Prateek R Dubey (@PRDMovieReviews) July 19, 2020
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