बॉलीवुड की 'डांसिंग क्वीन' सरोज खान का निधन
बॉलीवुड में 'डांसिंग क्वीन' के नाम से लोकप्रिय कोरियोग्राफर सरोज खान का 71 की उम्र में गुरुवार देर रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। सांस लेने की दिक्कत के चलते अस्पताल में बीते कई दिनों से भर्ती थीं। यहां उनका कोरोना टेस्ट भी करवाया गया, जो नेगेटिव आया था।
मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का 71 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। गुरुवार देर रात उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली और शुक्रवार सुबह उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
बीते कई दिनों से सांस लेने में दिक्कत के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। 24 जून को उन्हें बांद्रा के अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। यहां उनका कोरोना वायरस टेस्ट भी करवाया गया था, जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी।
बाद में परिजनों में सरोज खान की तबियत में सुधार की जानकारी दी थी और कहा था कि उन्हें जल्दी ही घर ले कर जाने वाले हैं, लेकिन इसी बीच गुरुवार देर रात उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनका निधन हो गया।
अस्पताल ने उनके पार्थिव शरीर को रात में ही परिजनों को सौंप दिया गया था। उनकी छोटी बेटी सुकैया ने बताया कि लॉकडाउन नियमों को देखते हुए अम्मी को सुबह सात बजे मलाड स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
वहीं परिवार ने तय किया है कि उनकी याद में प्रार्थना सभा तीन दिन की जाएगी। सरोज के परिवार में उनके पति सरदार रोशन खान, बेटा हामिद खान, दो बेटियां हिना (निधन) और सुकैना खान हैं।
सरोज खान ने दो हजार गाने किए कोरियोग्राफ
अपने 40 साल के करियर में सरोज खान ने करीब दो हजार गाने कोरियोग्राफ किए। उन्होंने तीन बार नेशनल अवॉर्ड भी जीता। सरोज खान ने 'नच बलिए', 'उस्तादों के उस्ताद', 'नचले वे विद सरोज खान', 'बूगी-वूगी', 'झलक दिखला जा' जैसे कई रियलिटी शो में बतौर जज बनकर नई प्रतिभाओं को सामने लाने में अपना योगदान दिया।
सरोज खान का असली नाम निर्मला
किशनचंद संधु और नोनी सिंह के घर जन्मी सरोज का असली नाम निर्मला नागपाल था। उनका जन्म 22 नवंबर, 1948 को हुआ था। पार्टीशन के बाद सरोज का परिवार पाकिस्तान से भारत आ गया था। सरोज ने करियर की शुरुआत महज 3 साल की उम्र में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्म 'नजराना' से की थी।
'गीता मेरा नाम' पहली फिल्म थी
साल 1974 में आई फिल्म 'गीता मेरा नाम' उनकी पहली फिल्म थी, जिसमें सरोज खान ने कोरियोग्राफ किया था। इस फिल्म में हेमामालिनी लीड रोल में थीं। उनका फिल्म 'मिस्टर इंडिया' में श्रीदेवी का 'हवा-हवाई' (1987) और साल 1988 में आई 'तेजाब' में माधुरी पर फिल्माया 'एक दो तीन' डांस नंबर बेहद हिट रहा। साल 1992 में आई फिल्म 'बेटा' का गीत 'धक-धक' करने लगा और साल 2002 की 'देवदास' का माधुरी-ऐश्वर्या वाला 'डोला रे डोला' उनके सबसे हिट डांस नंबर हैं।
बॉलीवुड की कई पीढ़ियों की 'मास्टर जी'
बॉलीवुड की कई बड़ी एक्ट्रेस उनके इशारों पर थिरक चुकी हैं। सरोज खान ने साधना, वैजयंतीमाला, कुमकुम, हेलन, शर्मिला टैगोर, माला सिन्हा, वहीदा रहमान, जीनत अमन से लेकर रेखा, श्रीदेवी, माधुरी दीक्षित, करिश्मा, उर्मिला टैगोर, ऐश्वर्या राय, करीना कपूर, सनी लियोनी, कंगना रनौत जैसी एक्ट्रेसेस को डांस सिखाया। माधुरी उनकी फेवरेट स्टार थीं। साउथ की कई एक्ट्रेस भी उन्होंने डांस स्टेप्स सिखाए।
'कलंक' में माधुरी को किया कोरियोग्राफ
सरोज खान ने आखिरी गाना साल 2019 में आई करण जौहर की मल्टी स्टारर फिल्म 'कलंक' के लिए कोरियोग्राफ किया था। इसके बोल थे ‘तबाह हो गए’। इस गाने में भी उनकी पसंदीदा अभिनेत्री माधुरी दीक्षित नजर आई थीं।
कोरोना वायरस से सावधान रहने की अपील
मई में कोरियोग्राफर सरोज खान ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया थे। इसमें वे देशवासियों से कोरोनावॉरियर्स की रिस्पेक्ट करते अपील करते हुए नजर आईं। सरोज ने इस वीडियो में कहा था, 'आप क्यों नहीं समझते हैं। बच्चों से जिंदगी मत छीनो। कुछ तो रिस्पेक्ट दिखाओ। भगवान के वास्ते, अल्लाह के वास्ते अपनी देखभाल करो। घर पर रहो।'
टिप्पणियाँ