शेखर कपूर ने कहा सुशांत सिंह राजपूत के साथ हो रहा था 'सौतेला बर्ताव'
सुशांत सिंह राजपूत मामले में फिल्ममेकर शेखर कपूर ने मुंबई पुलिस को ईमेल के जरिये अपना बयान भेजा है। इस बयान में उन्होंने कहा है कि बॉलीवुड में सुशांत के साथ सौतेला बर्ताव किया जा रहा था। फिल्म 'पानी' के बंद होने का सदमा सुशांत को लगा था और टूटकर डिप्रेशन में चले गए थे।
सुशांत सिंह राजपूत के मामले में मुंबई पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। एक के बाद एक लोगों के बयान ले रही है। इस कड़ी में फिल्ममेकर शेखर कपूर को भी समन भेजा गया था।
शेखर कपूर ने मुंबई पुलिस को ईमेल के जरिये अपना बयान भेजा है। अपने बयान में शेखर ने कहा है कि फिल्म 'पानी' के बंद हो जाने का सुशांत को गहरा सदमा लगा था और इस वजह से टूट कर वो डिप्रेशन में चले गए थे।
अपने बयान में शेखर ने कहा, 'फिल्म 'पानी' को लेकर सुशांत काफी रोते थे, क्योंकि इस फिल्म के लिए उन्होंने अपने कई साल दे दिए थे और कई बड़े ऑफर भी ठुकरा दिए थे। साथ ही इसके बाद जब उन्होंने यशराज फिल्म्स से अपना कॉन्ट्रैक्ट तोड़ दिया, तो इंडस्ट्री में उनके साथ सौतेला बर्ताव होने लगा था। हालांकि, पुलिस अब भी चाहती है कि वे मुंबई आएं और पूछताछ में सहयोग कर अपना बयान दर्ज करवाएं।'
मीडिया रिपोर्ट्स में आई जानकारी के अनुसार शेखर ने अपने बयान में बताया है, ''पानी' मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट था, जो पिछले 10 सालों से अबतक अधूरा है और सुशांत के जाने के बाद शायद ही कोई उनकी जगह ले पाए। साल 2012-13 के दौर में 150 करोड़ की इस मेगा बजट फिल्म को बनाने के लिए यशराज फिल्म्स में आदित्य चोपड़ा और मेरी मुलाकात हुई थी और तय हुआ कि यशराज के बैनर तले साल 2014 से ये फिल्म बनेगी। इस फिल्म से हमें काफी उम्मीदें थीं।'
वहीं अपने बयान में शेखर ने सुशांत से पहली मुलाकात का जिक्र भी किया है। शेखर ने लिखा, 'फिल्म की कास्ट को लेकर सुशांत से मेरी पहली मुलाकात यशराज के स्टूडियो में हुई थी। फिल्म को लेकर यशराज फिल्म्स ने प्री-प्रोडक्शन का काम शुरू कर दिया था। यह भी तय हो चुका था कि लगभग 150 करोड़ के बजट में बनने वाली यह फिल्म अगले 3-4 साल में पूरी हो जाएगी। यहां तक कि प्री-प्रोडक्शन में यशराज ने तकरीबन 5 से 7 करोड़ रुपए खर्च भी किए थे और सुशांत की डेट्स भी हमने ब्लॉक कर ली थीं।'
शेखर ने आगे लिखा है, ''पानी' में सुशांत 'गोरा' नाम का किरदार निभाने वाले थे। इस किरदार को लेकर सुशांत इतनी लगन से जुटे हुए थे कि वो उस रोल को लेकर एडिक्टेड हो गए थे। वर्कशॉप के दौरान भी उसकी एक्टिंग स्किल्स में उसका जुनून और पागलपन दिख जाता था। फिल्म प्रोडक्शन से जुड़ी मीटिंग्स में भी वो मेरे और यशराज की टीम के साथ लगा रहता और बारीक से बारीक जानकारी को समझता था।'
शेखर ने अपने बयान में कहा है कि 'पानी' की वजह से सुशांत ने कई प्रोजेक्ट्स को ठुकराया था। उन्होंने लिखा, 'फिल्म को लेकर हुई मुलाकातों के दौरान धीरे-धीरे हम काफी करीबी दोस्त बन गए और निजी जीवन की बातों के साथ-साथ क्वांटम फिजिक्स से लेकर हर तरह की बातें करने लगे। अपने रोल को लेकर वो हर छोटी-छोटी बातें पूछता था। उसने इस प्रोजेक्ट के लिए कई फिल्में भी छोड़ दी थीं।'
शेखर ने बताया कि आदित्य चोपड़ा के साथ क्रिएटिव डिफरेंसेस की वजह से फिल्म बंद हुई थी। लिखते हैं, 'इन सब बातों के बीच फिल्म के कंटेंट को लेकर मेरी और निर्माता आदित्य चोपड़ा की सोच बिलकुल अलग-अलग थी। आपस में हम एक-दूसरे से सहमत भी नहीं थे। 'पानी' शायद इसी वजह से नहीं बन पाई कि शायद मैं इस कहानी के किसी रूप या पक्ष में किसी तरह का बदलाव नहीं चाहता था।'
उन्होंने आगे लिखा है, 'दो क्रिएटिव जब साथ बैठते हैं, तो उनकी सोच अलग-अलग हो सकती है। मेरी और आदित्य चोपड़ा की सोच भी अलग-अलग थी, जिसके बाद मैं इस फिल्म को बनाने को लेकर यशराज प्रोडक्शन से अलग हो गया और तय हुआ कि फिल्म नहीं बनेगी।'
फिल्म के बंद होने बाद सुशांत पर पड़े असर के बारे में शेखर ने लिखा, 'फिल्म नहीं बनने की जानकारी जब सुशांत को पता चली, तो वो टूट गया। इसकी वजह यह थी कि वो शायद मुझसे भी ज्यादा फिल्म में डूब चुका था। उस शाम को वो मेरे पास आया और मुझे पकड़कर मेरे कंधे पर सिर रखकर फूट-फूट कर रोने लगा। उसे रोता देख मैं भी टूट जाता था और मैं भी रोने लगता था। फिल्म के बंद होने का सदमा उसे इतना ज्यादा लगा था कि वो डिप्रेशन में जाने लगा। मैंने उसे संभालने की कोशिश भी की और उसे समझाया कि ये किरदार वो पर्दे पर जिएगा और इसमें निराश होने की जरूरत नहीं है, बस सही वक्त का इंतजार करे।'
शेखर ने आगे लिखा है, 'यशराज फिल्म्स के हटने के बाद इस फिल्म को बनाने के लिए मैंने कई अन्य प्रोडक्शन हाउस और लोगों से भी संपर्क किया था, लेकिन कोई भी निर्माता सुशांत के साथ इस फिल्म को बनाने के लिए तैयार नहीं हुआ।'
कोई भी प्रोडक्शन हाउस 'पानी' को सुशांत के साथ बनाने को तैयार नहीं था। इस बारे में शेखर ने कहा,'दिक्कत यह थी कि या तो फिल्म का बजट परेशानी में डाल रहा था या फिर सुशांत को लेकर कोई इतना बड़ा चांस या रिस्क नहीं लेना चाहता था। वो लोग किसी बड़े स्टार के साथ इसे बनाने के लिए तैयार थे और ये सारी बातें सुशांत को डिप्रेशन में डाल रही थीं। मैंने सोचा कि उसके साथ कोई दूसरी फिल्म बना लूं, लेकिन वो भी नहीं हो पाया।'
शेखर का कहना है कि 'पानी' के सदमे से सुशांत खुद को उबार नहीं पाया। वो लिखते हैं, 'पानी के नहीं बनने उसे डिप्रेशन हुआ जो उसकी प्रोफेशनल जिंदगी में भी परेशानी की वजह बन गया। क्योंकि वो एक एक्टर था, जो इंडस्ट्री के बिजनेस को नहीं समझ पा रहा था। कुछ समय बाद मैंने भी भारत छोड़ दिया और लंदन चला गया, लेकिन वो लगातार मेरे टच में रहा। हालांकि, मैं उससे 'पानी' को लेकर बातें नहीं करता था, क्योंकि वो इससे खुद को उबार नहीं पा रहा था।'
यशराज फिल्म्स की भूमिका को लेकर शेखर ने लिखा है, 'कुछ समय बाद जब हम मिले, तो तब तक सुशांत यशराज से अपना कॉन्ट्रेक्ट तोड़ चुका था। उसने मुझे बताया था कि किस तरह अब उसके साथ इंडस्ट्री में सौतेला बर्ताव हो रहा है और सुनियोजित तरीके से उसके हाथ अच्छी फिल्में नहीं लगने दी जा रही हैं। मैंने उसे आश्वस्त किया था कि वो बस काम करता रहे और अच्छी स्क्रिप्ट पर ध्यान दे। उसे उबरने का मौका जल्द मिलेगा।'
शेखर कपूर ने बताया, 'बीते 6-8 महीनों से मैं उसके संपर्क में नहीं था, लेकिन मुझे पता था कि वो डिप्रेशन और उलझन में है। हालांकि, मुझे उसके डीप डिप्रेशन में जाने की पूरी जानकारी नहीं थी और जब उसके आत्महत्या करने की जानकारी मिली, तो मैं शॉक्ड रह गया।'
शेखर फिलहाल मुंबई में नहीं है। मुंबई पुलिस उनके मुंबई आने का इंतज़ार कर रही है। हालांकि, शेखर द्वारा दी गई इन जानकारियों का सत्यापन अभी बाकी है। इसलिए मुंबई पुलिस शेखर कपूर से आमने-सामने बैठ कर बात करना चाहती है।
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