सुष्मिता सेन ने 'महबूब मेरे' को शूट करने से कर दिया था मना, वजह पढ़िए
फिल्म 'फिज़ा' के गाने 'महबूब मेरे' गाने को शूट करते वक्त सुष्मिता सेन ने इसके लिरिक्स से आपत्ति हुई और उन्होंने इसे शूट करने से मना कर दिया। बाद में उस लाइन को बदला गया, तब जाकर सुष्मिता सेन ने उस गाने को शूट किया। इसका खुलासा हाल ही में जाने-माने कोरियोग्राफर गणेश आचार्य ने किया है।
सुष्मिता सेन उन अभिनेत्रियों में से जो अपनी खूबसूरती के साथ अदाकारी के लिए जानी जाती हैं। सुष्मिता सेन ने 90 के दशक में बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था और तब से लेकर आज तक वो अपने प्रोजेक्ट्स को लेकर काफी चूजी रही हैं। फिल्म या किरदार पसंद न आए, तो फिर वो उसे नहीं करती हैं। वहीं यदि कोई फिल्म पसंद आ जाए, तो फिर उसमें सिर्फ एक गाने के लिए 'हामी' भर देती हैं।
सुष्मिता को लेकर बॉलीवुड के नामचीन कोरियोग्राफर गणेश आचार्य ने हाल ही में एक खुलासा किया है। दरअसल एक एंटरटेनमेंट पोर्टल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि जब सुष्मिता सेन, ऋतिक रोशन और करिश्मा कपूर स्टारर फिल्म 'फिज़ा' के लिए 'महबूब मेरे' गाना शूट कर रही थीं, तो गाने की एक लाइन पर आपत्ति हुई और शूट को रोक दिया।
गणेश का कहना है कि इस गाने में एक लाइन ऐसी थी, जिसमें महिलाओं के शरीर का वर्णन अलग अंदाज में किया गया था। जब सुष्मिता ने यह लाइन सुनी, तो उन्होंने इस पर शॉट देने से इनकार कर दिया। अंत में गाने के कंपोज़र अनु मलिक ने यह लाइन बदली, तब जाकर सुष्मिता ने वो गाना पूरा किया।
सुष्मिता को जिस लाइन पर आपत्ति जताई वो लाइन 'आ गर्मी ले मेरे सीने से' थी, जिसे बदल कर 'आ नरमी ले मेरी आंखों से' कर दिया गया था।
फिल्म 'फिज़ा' का यह गाना दर्शकों को काफी पसंद आया था। हालांकि, फिल्म ने कुछ खास कमाल नहीं किया, लेकिन यह गाना काफी पॉपुलर रहा।
वहीं सुष्मिता के वर्कफ्रंट की बता करें, तो अरसे के बाद उन्होंने वापसी की है और हॉस्टार पर रिलीज़ हुई उनकी वेब सीरीज़ 'आर्या' को काफी पसंद किया जा रहा है।
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