SSR Death Case:बिहार पुलिस ने दर्ज किया सिद्धार्थ पिठानी का स्टेटमेंट

सुशांत सिंह राजपूत केस में बिहार पुलिस ने सिद्धार्थ पिठानी का बयान दर्ज कर लिया है। आधिकारिक बयान जारी करते हुए इसकी जानकारी मीडिया से साझा की। इस मामले में अभी तक दस लोगों के बयान लिए जा चुके हैं, जिनमें सुशांत की एक्स गर्लफ्रेंड अंकिता लोखंडे, हाउस हेल्पर दीपेश सावंत के साथ हाउसमेट रहे क्रिएटिव मैनेजर सिद्धार्थ पिठानी का नाम भी शामिल है। इससे पहले सोमवार को बिहार पुलिस ने समन भेजा था, जिसके बाद सिद्धार्थ ने अपना स्टेटमेंट दर्ज करवाया है। 

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सुशांत सिंह राजपूत के पिता के के सिंह की ओर से दर्ज की एफआईआर पर जांच करने के लिए बिहार पुलिस की एक टीम मुंबई पहुंची है। इस टीम ने आधिकारिक जानकारी साझा करते हुए बताया कि इस मामले में अब तक दस लोगों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। 

इन दस लोगों में सुशांत के हाउसमेट और क्रिएटिव मैनेजर रहे सिद्धार्थ पिठानी के साथ, हाउस हेल्पर दीपेश सावंत भी शामिल हैं।

इससे पहले मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने सोमवार दोपहर (3 अगस्त) को कहा कि मामले में दुर्घटनावश मौत की रिपोर्ट (एडीआर) दर्ज करने के बाद जांच चल रही है और मुंबई पुलिस ने अभी तक 56 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। उन्होंने बताया कि सुशांत की बहन के भी बयान दर्ज किए गए हैं। 

विनय तिवारी को किया क्वारंटीन

वहीं पटना सिटी एसपी विनय तिवारी को 2 अगस्त की रात 11 बजे BMC द्वारा 14 दिनों के लिए क्वारंटीन किया गया है, जिस पर काफी विवाद हो रहा है। बिहार पुलिस का आरोप है कि पटना सिटी एसपी विनय तिवारी को गैरकानूनी तरीके से क्वारंटीन किया गया है। 

इस पूरे मामले पर मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा है, WHO और ICMR की गाइडलाइन और स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रॉसीजर (SOP) सबके लिए बराबर है। किसी के साथ कोई जबरदस्ती नहीं की गई है। लोगों को होटल या घर में क्वारंटीन किया जाता है, इसी SOP का पालन किया गया है। इसमें कोई जबरदस्ती नहीं है।

सुशांत के पिता का दावा

सुशांत सिंह राजपूत के पिता के के सिंह ने वीडियो मैसेज के जरिये खुलासा करते हुए कहा कि उन्होंने अपने बेटे की जान को खतरे के बारे में फरवरी में ही मुंबई पुलिस को बता दिया था, लेकिन पुलिस ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया और जून में राजपूत की मौत के अगले दिन जिन लोगों के खिलाफ शिकायत की गई थी, उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की। 

इस वीडियो में उन्होंने आगे कहा, '14 जून को जब मेरे बेटे की मौत हुई, तो मैंने उनसे नामजद लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया, लेकिन 40 दिन बाद भी इसपर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जब हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा तो मैंने यहां पटना में एक थाने में शिकायत दर्ज कराई।' 

सिद्धार्थ पिठानी ने शेयर किए 'जीजाजी' के मैसेज

सुशांत सिंह राजपूत खुदकुशी केस में सोमवार को उनके परिवार ने मैसेजेस शेयर किए थे, जो 25 फरवरी को मुंबई पुलिस को भेजे गए थे कि सुशांत की जिंदगी खतरे में है। 

अब सुशांत के क्रिएटिव मैनेजर सिद्धार्थ पिठानी ने भी कुछ मैसेज शेयर किए हैं, जो उन्हें सुशांत के जीजाजी ओपी सिंह ने फरवरी में भेजे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक सुशांत से कॉन्टेक्ट नहीं हो पा रहा था, तो उन्होंने सिद्धार्थ को यह मैसेज भेजे थे, ताकि वह सुशांत को बता दें। मैसेज देख के साफ लग रहा है कि उनका परिवार खुश नहीं था, जिन लोगों के साथ सुशांत उठते-बैठते थे।

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