अमिताभ बच्चन से हो गई 'ग़लती', तुरंत मांग ली माफी
अमिताभ बच्चन ने एक कविता को सोशल मीडिया पर शेयर किया और उन पंक्तियों के रचयिता अपने पिता कवि हरिवंशराय बच्चन को बताया था, लेकिन असल में वो कविता प्रसून जोशी की लिखी हुई हैं। अपनी ग़लती का अहसास होने पर अमिताभ बच्चन ने तुरंत सोशल मीडिया पर अपनी इस भूल के लिए माफी मांग ली।
अमिताभ बच्चन सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय रहते हैं। इस दौरान वो कई सारी बातें शेयर करते रहते हैं और जानकारी देते रहते हैं।
वहीं गुरुवार की सुबह अमिताभ बच्चन ने ट्वीट करते हुए अपनी एक ग़लती को लेकर माफी मांगी। दरअसल, बुधवार रात उन्होंने ट्विटर पर एक कविता पोस्ट की थी।
इस कविता के रचयिता उन्होंने अपने पिता हरिवंश राय बच्चन को बताया था। इसी को लेकर सफाई देते हुए उन्होंने बताया कि ये रचना कवि प्रसून जोशी की है। इस ट्वीट में उनसे ट्वीट नंबर भी गलत लिखा गया था, इसके लिए भी उन्होंने सॉरी कहा।
अपने ट्वीट में लिखते हैं, 'भूल सुधार : कल T3617 पर जो कविता छपी थी, उसके लेखक, बाबूजी नहीं हैं। वो गलत था। उसकी रचना, कवि प्रसून जोशी ने की है। इसके लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूं।'
CORRECTION : कल T 3617 pe जो कविता छपी थी , उसके लेखक , बाबूजी नहीं हैं । वो ग़लत था । उसकी रचना , कवि प्रसून जोशी ने की है ।— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) August 6, 2020
इसके लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूँ । 🙏🙏
उनकी कविता ये है - pic.twitter.com/hZwgRq32U9
इसके बाद उन्होंने पूरी कविता भी साझा की। वह इस प्रकार है, 'धरा हिला गगन गुंजा, नदी बहा पवन चला, विजय तेरी हो जय तेरी ज्योति सी जला जला, भुजा भुजा फड़क फड़क, रक्त में धड़क धड़क धनुष उठा प्रहार कर, तू सबसे पहले वार कर अग्नि सा धधक धधक, हिरण सा सजग सजग सिंह सी दहाड़ कर, शंख सी पुकार कर रुके न तू थके न तू, झुके न तू थमे न तू सदा चले रुके न तू, रुके न तू झुके न तू'
रचयिता: कवि प्रसून जोशी'
अमिताभ अपने हर ट्वीट के साथ उसकी संख्या का उल्लेख करते हैं। उस ट्वीट में कविता को शेयर करने के दौरान उनसे सिर्फ रचयिता के नाम में ही गलती नहीं हुई थी, बल्कि इसमें उन्होंने ट्वीट संख्या भी गलत लिख दी थी। इसका अहसास होते ही उन्होंने पहले इस गलती को सुधारा साथ ही माफी भी मांगी। उन्होंने लिखा, 'पिछला ट्वीट T 3617 था... ना कि 3817... सॉरी'
T 3617 - the previous tweet is T 3617 ... NOT 3817 .. sorry— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) August 5, 2020
लिखा- 'अकेलेपन का बल पहचान'
T 3817 -— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) August 5, 2020
'अकेलेपन का बल पहचान
शब्द कहाँ जो तुझको टोके
हाथ कहाँ जो तुझको रोके
राह वही है, दिशा वही है, तू करे जिधर प्रस्थान
अकेलेपन का बल पहचान ।
जब तू चाहे तब मुसकाए,
जब चाहे तब अश्रु बहाए,
राग वही तू जिसमें गाना चाहे अपना गान ।
अकेलेपन का बल पहचान ।'
~ hrb pic.twitter.com/GDIpfrpVtz
इससे पिछले ट्वीट में बिग बी ने कविता की कुछ पंक्तियां शेयर की थीं। जिसके अंत में उन्होंने रचयिता के तौर पर अपने बाबूजी हरिवंश राय बच्चन का नाम 'HRB' लिखा था।
बुधवार रात ही शेयर किए एक अन्य ट्वीट में अमिताभ कोरोना वायरस को किक मारते दिखे थे। उन्होंने एक फोटो शेयर किया, जिसमें वे कोरोना वायरस को किक मारते नजर आ रहे हैं। इस फोटो में उनके करीब अभिषेक बच्चन भी खड़े हुए हैं।
T 3617 -— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) August 5, 2020
तू न रुकेगा कभी ; यू ना मुड़ेगा कभी ; तू ना झुकेगा कभी ;
कर शपथ कर शपथ कर शपथ ;
अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ !! pic.twitter.com/hNkFUIIw9K
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