SSR Death Case: सुशांत पेनलेस डेथ, सिजोफ्रेनिया, बाइपोलर डिसऑर्डर गूगल पर सर्च करते थे
सुशांत सिंह राजपूत के निधन के 50 दिन के बाद मुंबई पुलिस ने आखिरकार सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। मुंबई पुलिस कमिश्नर ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सुशांत सिंह राजपूत निधन से पहले अपने मोबाइल पर पेनलेस डेथ, सिजोफ्रेनिया, बाइपोलर डिसऑर्डर सर्च किया करते थे। साथ ही खुद को लेकर छपी ख़बरों को पढ़ा करते थे। इसके अलावा मुंबई पुलिस ने सुशांत के घर मृत्यु से पहले हुई पार्टी के बारे में भी जानकारी दी।
सुशांत सिंह राजपूत निधन मामले में बिहार पुलिस की फुर्ति को देखने के बाद मुंबई पुलिस भी हरकत में आई है। अब मुंबई पुलिस कमिश्नर ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया और इसमें उन्होंने कई सवालों के जवाब दिए।
परमबीर सिंह ने कहा कि सुशांत गूगल पर अपने नाम से आर्टिकल सर्च करते थे, ताकि वे पता लगा सकें कि उनके बारे में क्या लिखा जा रहा है। इतना ही नहीं, वे पेनलेस डेथ, सिजोफ्रेनिया और बाइपोलर डिसऑर्डर जैसी बीमारियों के बारे में भी सर्चिंग करते थे।
करीब एक महीने पहले सुशांत के मोबाइल की प्राथमिक फोरेंसिक रिपोर्ट सामने आई थी। इससे खुलासा हुआ था कि अभिनेता ने 14 जून को सुबह करीब 10:15 बजे गूगल पर अपना नाम सर्च किया था। उन्होंने कुछ आर्टिकल भी पढ़े थे और कुछ देर बाद अपना मोबाइल ब्राउजर बंद कर दिया था। इसके चंद घंटों बाद उन्होंने फांसी लगाकर जान दे दी।
मुंबई पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह ने इस कॉन्फ्रेंस में बताया कि दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के घर पर 13 जून को कोई पार्टी नहीं हुई थी। परम बीर सिंह ने कहा, 'हमारे पास 13 और 14 जून की सीसीटीवी फुटेज है। उस दिन उस घर में कोई पार्टी नहीं हुई थी।'
उन्होंने आगे कहा, 'मुंबई पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। हमने सभी एंगल्स खंगाले हैं। इस केस के सिलसिले में सुशांत के परिजनों, दोस्तों, डॉक्टर एवं अन्य लोगों के बयान लिए हैं। इसके अलावा हमने सुशांत के बैंक खातों से ट्रांजेक्शन को भी खंगाला है।'
वहीं जब परम बीर सिंह से पूछा गया कि सोशल मीडिया पर शो है कि इस मामले में महाराष्ट्र की कोई बड़ी राजनीतिक शख्सियत शामिल है। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि अब तक की जांच से ऐसा कोई तथ्य सामने नहीं आया है।
सुशांत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की मृत्यु को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा, 'इसे लेकर सुशांत मेंटली अपसेट थे। साथ ही वो पांच-छह डाक्टरों के सम्पर्क में थे।'
परम बीर सिंह ने बताया, 'जब सुशांत ने दिशा की मौत के मामले में सोशल मीडिया पर अपना नाम भी शामिल देखा, तो वह भावनात्मक रूप से काफी परेशान हो गए थे। वह दिशा से सिर्फ एक बार मिले थे और उन्होंने अपने वकील से पूछा था कि वह कौन है।'
पुलिस कमिश्नर ने यह भी यह भी बताया कि सुशांत सोशल मीडिया पर अपनी इमेज को लेकर काफी कॉन्शियस थे। पुलिस प्रमुख ने खास तौर पर उन आरोपों का खंडन किया कि 14 जून को मुम्बई पुलिस ने बांद्रा स्थित उनके फ्लैट को सील नहीं किया था।
इस बारे में उन्होंने कहा, 'फ्लैट को 14 जून को सील कर दिया गया था। 15 जून को फोरेंसिक टीमें और डॉक्टर वहां गए थे और जांच का काम पूरा किया था। इसके बाद फ्लैट को अनसील किया गया।'
सुशांत के बैंक खातों को लेकर भी उन्होंने बताया कि जांच से पता चला है कि उनके पास डिपॉजिट के तौर पर 4.5 करोड़ रुपये थे, लेकिन खातों की जांच से ऐसा कुछ भी सामने नहीं आया कि उनके खाते से रिया चक्रवर्ती के खाते में पौसे ट्रांसफर किए गए हैं।
पुलिस के द्वारा की जा रही जांच प्रक्रिया के बारे में परम बीर सिंह ने कहा, 'हमने अब तक 56 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। इसमें सुशांत के परिजन भी शामिल हैं। साथ ही डॉक्टरों, दोस्तों, उनके मौजूदा और पूर्व चार्टर्ड अकाउंटेट, बैंक अधिकारियोंके बयान शामिल हैं। जांच अभी भी जारी है।'
सुशांत के पिता केके सिंह द्वारा पटना में मुकदमा दायर करने और सुशांत के बैंक खातों से जुड़ा मामला ईडी द्वारा अपने हाथ में लिए जाने के सवाल पर परम बीर सिंह ने जवाब देते हुए बताया, 'मुम्बई पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। हम जांच में पूरी तरह पेशेवर रवैया अपना रहे हैं। हम हर एंगल से मामले की जांच कर रहे हैं।'
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