मध्यप्रदेश के जंगलों में होगी विद्या बालन की 'शेरनी' की शूटिंग
विद्या बालन स्टारर फिल्म 'शकुंतला देवी' हाल ही में रिलीज़ हुई है। 'ह्यूमन कम्प्यूटर' कही जाने वाली शकुंतला देवी के इस बायोग्राफिकल ड्रामा के लिए विद्या को काफी तारीफें मिल रही हैं। वहीं विद्या अपनी अगली फिल्म की तैयारियों में जुट चुकी हैं। मेकर्स का कहना है कि विद्या की अगली फिल्म 'शेरनी' की शूटिंग अक्टूबर से मध्य प्रदेश के जंगलों में शुरू होगी।
फिल्म 'शकुंतला देवी' में अपनी दमदार परफॉर्मेंस से सबका दिल जीतने वालीं विद्या बालन अब अपनी अगली फिल्म 'शेरनी' को जल्दी से जल्दी पूरा करना चाहती हैं। कोरोना की वजह से यह फिल्म तय समय से काफी पीछे चल रही है।
हालांकि, अब फिल्म को लेकर अच्छी ख़बर आ रही है। रिपोर्ट्स की माने, तो फिल्म के प्रोड्यूसर विक्रम मल्होत्रा ने बताया है कि 'शेरनी' की टीम अक्टूबर में मध्य प्रदेश के जंगलों में शूटिंग फिर से शुरू करेगी।
विक्रम मल्होत्रा ने कहा, 'अगला स्थान बालाघाट है। हम मध्य प्रदेश के जंगलों में फिल्म करेंगे। एक्टर्स औक क्रू मेम्बर्स की सेफ्टी महत्वपूर्ण है। यही वजह है कि हमने काम फिर से शुरू करने के लिए इतने महीनों तक इंतजार किया है। अब कोरोना के मामलों की संख्या कम हो रही है, तो मेकर्स शूट को दोबारा से शूट करने का योजना कर रहा हैं।'
बता दें कि फिल्म की लगभग 65 प्रतिशत शूटिंग बची है और वहीं मेकर्स ने राज्य से शूटिंग शुरू करने की इजाजत ले ली है।
विक्रम मल्होत्रा ने बताया, 'मध्य प्रदेश की अथॉरिटीज़ फैसिलिटेटिंग प्रोडक्शन के अधिकारियों ने मुझे आश्वासन दिया है कि क्षेत्र में शूटिंग करना सुरक्षित है। वहीं हम पूरी टीम की हेल्थ और सुरक्षा के लिए सख्त दिशानिर्देशों का पालन करेंगे।'
वहीं विक्रम वेब पोर्टल से बाद करते हुए बताया कि विद्या बालन भी जल्दी से जल्दी काम पर लौटने को लेकर काफी उत्साहित हैं।
बकौल विक्रम विद्या ने कहा, 'मैं उत्साहित हूं, डरी नहीं...डर से ज्यादा मदद नहीं मिलेगी, हम बस इतना कर सकते हैं कि जितना हो सके सावधान रहें और आगे बढ़ें।'
ग़ौरतलब है कि विद्या बालन की यह फिल्म इंसान और वाइल्ड लाइफ के बीच होने वाले टकराव पर बनेगी। जानकारी के अनुसार फिल्म की कहानी 'अवनि' नाम की शेरनी के विवादास्पद हत्या के इर्द-गिर्द घूमती है। नवंबर 2018 को अवनि को किसी शूटर ने गोली मार दी थी। खबर थी कि शूटर ने फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के अधिकारियों के निर्देश पर अवनि की हत्या की थी। उनका कहना था कि अवनि ने महाराष्ट्र में 13 लोगों को मार दिया था. इसलिए अधिकारियों ने इस खूंखार शेरनी को मारने का फैसला लिया था।
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