NCB ने कहा, 'रिया चक्रवर्ती ड्रग सिंडिकेट की एक्टिव मेंबर थीं...'
रिया चक्रवर्ती की जमानत याचिका के खिलाफ एनसीबी ने एफिडेविड फाइल किया है, जिसमें कहा गया है कि रिया ड्रग्स सिंडिकेट की एक्टिव मेंबर थीं और वो हाईप्रोफाइल ड्रग्स पैडलर के संपर्क में थीं। रिया ने ड्रग्स तस्करी को आसान बनाया है। रिया ने सुशांत के घर में ड्रग्स खरीदा और उसे छुपाया है।
रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शौविक चक्रवर्ती की जमानत याचिका पर बॉम्बे हाइकोर्ट में सुनवाई है। इसके पहले एनसीबी ने याचिका के खिलाफ एफिडेविड फाइल किया है। अपने एफिडेविट में एनसीबी ने लिखा है कि रिया और शौविक ड्रग्स सिंडिकेट के एक्टिव मेंबर्स थे और वे हाईप्रोफाइल ड्रग्स पैडलर के संपर्क में थे।
एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने हाईकोर्ट में दो एफिडेविट फाइल किया है। इन एफिडेविट में कहा गया है, 'वॉट्सऐप चैट, मोबाइल, लैपटॉप, हार्ड डिस्क से रिट्राइव किया रिकॉर्ड जैसे इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस इस बात का संकेत देते हैं कि ड्रग्स के लिए पेमेंट किया गया था। इस तरह यह साबित करने के लिए पुख्ता सबूत हैं कि रिया न सिर्फ नियमित तौर से डील कर रही थीं, बल्कि ड्रग्स की अवैध तस्करी को फाइनेंस भी कर रही थीं।'
इस एफिडेविट में यह भी लिखा गया है कि रिया ने सुशांत सिंह राजपूत के लिए ड्रग्स की खरीद-फरोख्त की और उसे अपने घर में छुपाया। एनसीबी के मुताबिक, इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि रिया ड्रग की तस्करी में शामिल थीं। वहीं रिया ने ड्रग्स डिलीवरी को आसान बनाया और इसके भुगतान के लिए क्रेडिट कार्ड/कैश जैसे गेटवे की सुविधा उपलब्ध कराई थी।
ग़ौरतलब है कि रिया चक्रवर्ती को एनसीबी ने 8 सितंबर को ड्रग्स की खरीद-फरोख्त के आरोप में गिरफ्तार किया था। तब से वे मुंबई की भायखला जेल में बंद हैं। इस दौरान मजिस्ट्रेट और सेशन कोर्ट से उनकी जमानत याचिका खारिज हो चुकी है। पहले उन्हें 22 सितंबर तक के लिए कस्टडी में भेजा गया था, जिसे बाद में बढ़ाकर 6 अक्टूबर कर दिया गया।
वहीं रिया के भाई शौविक चक्रवर्ती, सुशांत सिंह राजपूत के हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा को एनसीबी ने 4 सितंबर को अपनी गिरफ्त में लिया था। शौविक ने अपने बयान में यह स्वीकार किया था कि बहन रिया चक्रवर्ती के इशारे पर ड्रग्स की खरीद-फरोख्त कर रहे थे।
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