SP Balasubrahmanyam: 12 घंटे में रिकॉर्ड किए 21 गाने
एसपी बालासुब्रमण्यम सिंगर नहीं, बल्कि इंजीनियर बनना चाहते थे, लेकिन तबियत खराब हुई और पढ़ाई बीच में छूटी। हालांकि, सिंगिंग की अपनी शिक्षा को उन्होंने जारी रखा। साल 1964 में ‘एम्चयोर’सिंगर के रूप में इन्होंने पहला पुरस्कार मिला। इसके बाद सिंगिंग को करियर बनाने की सोचने लगे। साल 1966 में सिर्फ 20 साल की उम्र में अपने गुरु कोडंदापानी की फिल्म में प्लेबैक कर अपने करियर की शुरुआत की। सफलता के परचन फहराते हुए बालासुब्रमण्यम ने कई कीर्तिमान रचे। 12 घंटे में 21 कन्नड़ गाने रिकॉर्ड किए, तो वहीं एक दिन 19 तमिल और 16 हिन्दी गाने भी रिकॉर्ड कर चुके हैं।
हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में सलमान खान की आवाज़ के रूप में पहचाने जाने वाले 74 वर्षीय सिंगर एसपी बालासुब्रमण्यम का निधन हो गया है। बीते 50 दिनों से वो कोरोना वायरस से संक्रमित थे। वहीं 48 घंटों से उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई थी और वो लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे।
दिग्गज गायक एसपी बालासुब्रमण्यम को उनके प्रशंसक बालू कहते थे, जबकि उनका पूरा नाम श्रीपति पंडितराध्युला बालासुब्रमण्यम है। अपने करियर में उन्होंने तकरीबन 40 हज़ार गाने गाए हैं और उन्हें पद्मश्री और पद्मभूषण से सम्मानित किया गया है।
फिर आइए चलिए जानते हैं एसपी बालासुब्रमण्यम से जुड़ी कुछ ख़ास बातें...
हरिकथा कलाकार एसपी संबामूर्ति के घर 4 जून 1946 में एसपी बालासुब्रमण्यम का जन्म हुआ। इनके दो भाई और पांच बहने हैं। इनकी बहन एसपी शैलजा भी गायिका हैं। एसपी बालसुब्रमण्यम की पत्नी का नाम सावित्री है। एसपी बालसुब्रमण्यम के बेटे का नाम पीबी चरण और बेटी का नाम पल्लवी है।
एसपी बालासुब्रमण्यम का सपना था कि वो इंजीनियर बन कर अपने परिवार की जिम्मेदारी उठाएं। अपने इसी सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने आंध्रप्रदेश में अनंतपुर की जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया, लेकिन इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ही उनकी तबियत इतनी खराब हुई कि पढ़ाई को बीच में ही छोड़ना पड़ा।
इंजीनियरिंग के साथ एसपी बालासुब्रमण्यम को सिंगिंग का भी शौक था। पढ़ाई को भले ही बीच में ब्रेक लगा हो, लेकिन अपनी संगीत शिक्षा को उन्होंने ब्रेक नहीं लगने दिया। साल 1964 में ‘एम्चयोर’ सिंगर के तौर पर एक प्रतियोगिता में इन्हें पहला इनाम मिला। यह उनके लिए लाइफ चेंजिंग मोमेंट बन गया, क्योंकि इसके बाद उन्होंने सिंगिंग को बतौर करियर देखना शुरू कर दिया। हालांकि, इन्हें पहला ब्रेक अपने गुरु कोडंदापानी की साल 1966 में आई फिल्म 'श्री श्री श्री मर्यादा रामन्ना' में मिला। तब एसपी बालासुब्रमण्यम की उम्र सिर्फ 20 साल ही थी।
एसपी बालासुब्रमण्यम को अपने करियर का पहला बड़ा ब्रेक या यूं कहिए पहला तमिल गाना साल 1969 में मिला। तमिल सुपरस्टार जैमिनी गणेशन स्टारर फिल्म 'एयर्कई एन्नुम इलाया कन्नी' के लिए बालू ने गाना रिकॉर्ड किया।
वहीं एसपी बालासुब्रमण्यम को साल 1980 में आई फिल्म 'संकाराभारनाम' से अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिली। इस फिल्म में सिंगिंग के लिए उन्हें अपना पहला नेशनल अवॉर्ड मिला था।
एसपी बालासुब्रमण्यम के नाम रिकॉर्ड
एसपी बालासुब्रमण्यम ने अपने 50 साल के सिंगिंग करियर में तेलुगू, तमिल, कन्नड़, हिन्दी और मलयालम भाषाओं में तकरीबन 40 हज़ार गाने गाए हैं।
कन्नड़ कंपोजर उपेंद्र कुमार के लिए एसपी ने 12 घंटों में 21 गाने गाए थे। इसी वजह से उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में भी दर्ज है। एक समय में एसपी कई भाषाओं में 16-17 गाने एक दिन में रिकॉर्ड करते थे। कई बार तो वह 17 घंटे तक लगातार गाने गाते थे।
बालासुब्रमण्यम ने साल 1992 में एआर रहमान के साथ 'रोजा' में पहली बार काम किया था। इस फिल्म के तीनों वर्जन के लिए एसपी बालासुब्रमण्यम ने गाने गाए थे। इसके बाद दोनों ने कई फिल्मों के लिए साथ में काम किया।
सिंगर होने के साथ-साथ बाला ने तमिल, तेलुगू, कन्नड़ और हिंदी भाषा की 40 से ज्यादा फिल्मों में म्यूजिक डायरेक्टर का काम भी किया है।
सिंगर एसपी बालासुब्रमण्यम बनें एक्टर
सभी जानते हैं कि 90 के दशक में एसपी बालासुब्रमण्यम, सलमान खान की आवाज़ बन गए थे, लेकिन फिर अचानक उन्होंने सिंगिंग से ब्रेक लेकर एक्टिंग में अपना हाथ आजमाया। बतौर फुलटाइम एक्टर उन्होंने तमिल, तेलुगू और कन्नड़ भाषा में तकरीबन 72 फिल्मों में काम किया।
15 साल के सिंगिंग ब्रेक के बाद बालू ने साल 2013 में बतौर सिंगर 'चेन्नई एक्सप्रेस' का टाइटल ट्रैक गाया, जिसे शाहरुख खान पर फिल्माया गया था।
एसपी बालासुब्रमण्यम को मिले अवॉर्ड्स
साल 1989 में बॉलीवुड फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ में ‘दिल दीवाना बिन सजना के माने ना’ गाना गाने के लिए एसपी बालासुब्रमण्यम को बेस्ट मेल प्ले बैक सिंगर का अवॉर्ड मिला था।
लता मंगेश्कर के साथ ‘दीदी तेरा देवर दीवाना’ गाना गाने के लिए एसपी बालासुब्रमण्यम को फिल्मफेयर स्पेशल अवॉर्ड का सम्मान मिला था।
एसपी बालासुब्रमण्यम को सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक के लिए 6 बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया है।
एसपी बालासुब्रमण्यम को 25 बार आन्ध्र प्रदेश सरकार द्वारा तेलुगू सिनेमा में नन्दी पुरस्कार का इनाम दिया गया है।
भारत सरकार ने कला के क्षेत्र में उनके योदगान के चलते साल 2001 में पद्मश्री से और साल 2011 में उन्हें पद्म भूषण अवॉर्ड से नवाजा था।
एमजीआर ने किया था एसपी बालासुब्रमण्यम का इंतजार
एसपी बालासुब्रमण्यम के इंतज़ार में सुपरस्टार एमजीआर ने अपनी फिल्म को पोस्टपोन किया था। जी हां, दरअसल साउथ स्टार एमजीआर की फिल्म 'आईराम निलावे वा' में एसपी बालासुब्रमण्यम को गाने का मौका मिला। इस फिल्म में जयललिता भी मुख्य भूमिका में थीं, लेकिन बद्किस्मती से रिकॉर्डिंग से पहले एसपी बालासुब्रमण्यम को टाइफाइड हो गया। इस बात से वो वह बेहद निराश हो गए, लेकिन एमजीआर पीछे नहीं हटे। उन्होंने एसपी बालासुब्रमण्यम के लिए अपनी शूट डिले किया। एमजीआर ने यह तय कर लिया था कि जब तक एसपी बालासुब्रमण्यम ठीक नहीं हो जाएंगे, तब तक वह गाना रिकॉर्ड नहीं होगा और जब तक यह गाना रिकॉर्ड नहीं होगा, तब तक इसे जयपुर में शूट नहीं किया जाएगा।
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