मिष्टी मुखर्जी का निधन, कीटो डायट पर थीं एक्ट्रेस

मिष्टी मुखर्जी का किडनी फेल होने की वजह से 27 साल की उम्र में बेंगलुरू में निधन हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वो कीटो डायट पर थीं और उसी की वजह से उनकी तबियत खराब हुई और किडनी फेल होने की वजह से उनका निधन हो गया।

Mishti Mukherjee passes away due to kidney failure

एक्ट्रेस मिष्टी मुखर्जी का किडनी फेल होने की वजह से शुक्रवार देर रात बेंगलुरु में निधन हो गया। 27 वर्षीय मिष्टी किडनी की समस्या से जूझ रही थीं और बताया जा रहा है कि वह कीटो डायट पर थीं और इसी वजह से उनकी तबीयत बिगड़ गई थी।

मिष्टी के निधन के बाद उनके परिवार की तरफ से जारी स्टेटमेंट में कहा गया है, 'अभिनेत्री मिष्टी मुखर्जी जिन्होंने कई फिल्मों और म्यूजिक वीडियो में अपनी प्रतिभा का परिचय दिया है, वे अब हमारे बीच नहीं रहीं। कीटो डायट की वजह से बेंगलुरू में उनकी किडनी फेल हो गई और शुक्रवार देर रात उन्होंने आखिरी सांस ली। एक्ट्रेस ने बहुत दर्द का सामना किया।'

आगे लिखा गया है, 'ऐसी दुखद क्षति जिसकी पूर्ति संभव नहीं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। वे अपने पीछे माता-पिता और भाई छोड़ गई हैं।'

मिष्टी का निधन शुक्रवार देर रात हुआ और शनिवार को उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।

मिष्टी हिन्दी, बांग्ला और तेलुगू में नज़र आ चुकी मिष्टी ने साल 2012 में फिल्म 'लाइफ की तो लग गई' से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। इसके बाद वे साल 2013 में आई फिल्म 'मैं कृष्णा हूं' के एक गाने में रजनीश दुग्गल के साथ नजर आई थी। इस फिल्म में जूही चावला लीड रोल में थीं, जबकि ऋतिक रोशन और कटरीना कैफ का स्पेशल अपीयरेंस था। इसके अलावा मिष्टी कुछ आइटम नंबर्स में भी नजर आई थीं। उन्होंने हिंदी के अलावा बंगाली और तेलुगू फिल्मों में भी काम किया था।

ग़ौरतलब है कि साल 2014 में मिष्टी पर हाईप्रोफाइल सेक्स रैकेट चलाने का आरोप लगा था। छापेमारी के दौरान उनके घर से कई सारी सीडियां और टेप्स भी बरामद हुए थे।

क्या होती है कीटो डायट

कीटो डायट यानी केटोजेनिक डाइट आजकल काफी चर्चा में है। वहीं इसी डायट को मिष्टी की मृत्यु की वजह बताई जा रही है। यह डायय तेजी से वजन कम करने के लिए जाना जाता है। इसमें उच्च वसा, मध्यम प्रोटीन, कम कार्बोहाइड्रेट वाला आहार है, जिसे कीटोन को पाते हुए वजन घटाने में मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है। एक आदर्श कीटो डाइट में 75 प्रतिशत वसा, 20 प्रतिशत प्रोटीन और सिर्फ 5 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट होता है। इस डायट के पीछे का मुख्य सिद्धांत कार्बोहाइड्रेट (जिसे हमारा शरीर ईंधन के रूप में इस्तेमाल करता है) के सभी स्रोतों को खत्म करना और उसकी जगह पर वसा को ऊर्जा के स्रोत के रूप में उपयोग करना होता है।

टिप्पणियाँ