आशा भोसले को महाराष्ट्र भूषण अवॉर्ड, नेटीजन्स ने कहा, 'डैमेज कंट्रोल की कोशिश'
आशा भोसले को साल 2020 का महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। पुरस्कार समिति की बैठक में गुरुवार को यह निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने की। वहीं नेटीजन्स ने इस ख़बर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उद्धव सरकार डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश में है।
इन दिनों महाराष्ट्र की सरकार में भूचाल आया हुआ है। वसूली कांड में चौतरफा घिरी सरकार अपनी साख बचाने की भरसक कोशिश में जुटी हुई है। वहीं गुरुवार को सरकार ने साल 2020 के महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार की घोषणा की।
दरअसल, गुरुवार को उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता वाली पुरस्कार समिति की बैठक में फैसला लिया गया कि इस बार का महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार लीजेंड्री गायिका आशा भोसले को दिया जाएगा।
जैसे ही यह ख़बर बाहर आई, सोशल मीडिया यूजर्स न एक बार फिर से हल्ला बोल दिया। सभी बेबाकी से अपनी राय रखने लगे। एक यूज़र ने तो इसे डैमेज कंट्रोल तक बताया।
उसने लिखा, 'उद्धव ठाकरे आशा जी की बड़ी बहन और भारत रत्न लता मंगेशकर की बेइज्जती कर चुके हैं। एक धमकी भरे ट्वीट के बाद जो अपमान उन्होंने लता जी का किया यह केवल उसका डैमेज कंट्रोल है।'
उल्लेखनीय है कि भारतीय सेलिब्रिटीज ने विदेशियों के ट्वीट पर ध्यान नहीं देन कहा था। गौरतलब है कि किसान आंदोलन के समर्थन में स्वीडिश एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग, अमेरिकी सिंगर रिहाना और पोर्न स्टार मिया खलीफा ने ट्वीट किए थे। इन लोगों ने भारत सरकार पर उनकी बात न सुनने का आरोप लगाया था। इसके जवाब में सचिन तेंदुलकर, लता मंगेशकर, अक्षय कुमार और सुनील शेट्टी जैसी सेलिब्रिटीज ने ट्वीट करके लोगों को विदेशियों के ट्वीट पर ध्यान न देने और भारत की एकता-अखंडता को बनाए रखने की अपील की थी।
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